Samastipur News:खानपुर : प्रखंड का बसंतपुर गांव इन दिनों आध्यात्मिक केन्द्र बन गया है. श्री श्री 1008 रामचरितमानस महायज्ञ में हो रहे वैदिक मंत्रोच्चार और रामकथा से वातावरण आध्यात्मिक है. कथा वाचक जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य महाराज ने कहा कि जिस मनुष्य पर भगवान की कृपा होती है वही मनुष्य पूजा-पाठ या आध्यात्मिक दिशा में आगे बढ़ता है. भगवान की मर्जी के बगैर तो मनुष्य का विचार नहीं बदलता. उन्होंने रामकथा के तीसरे दिन भक्ति, भाव और सुकर्म की चर्चा करते हुए कहा कि मनुष्य द्वारा अनजाने में होने वाले नेक या पुण्य कर्मों के प्रतिफल स्वरूप ही हमें भगवान मदद करते हैं. जिस प्रकार मानव भूख लगने से पहले भोजन तैयार करता है फिर उसे ग्रहण करता है ठीक उसी तरह मनुष्य को खुद के द्वारा किये गये अच्छे पुण्य कार्य के बदले ही भगवान उसे संत समागम में आध्यात्मिक सागर में डुबकी लगाने की कृपा प्रदान करते हैं. रामकथा प्रवचन शुरू होने से पूर्व यज्ञ अध्यक्ष आचार्य भरत दास महाराज एवं मुख्य यजमान शिवशंकर झा, उनकी धर्मपत्नी रूबी झा, पुत्र प्रियांश झा, पुत्री निशा झा ने व्यासपीठ की आरती की. मौके पर शशिकांत झा चुनचुन, गोपाल झा, मोहित झा, सचिन झा, विमल झा, अजीत झा, उप मुखिया अवनीश झा, शांति झा आदि उपस्थित रहे.
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