Samastipur News:शाहपुर पटोरी : पहलगाम में मारे गये देशवासियों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के उद्देश्य से शाहपुर पटोरी की साहित्यिक संस्था बज्जिका बिगुल के तत्वावधान में आनलाइन देशभक्ति बज्जिका कवि-सम्मेलन आयोजित किया गया. साहित्यकार ज्वाला सांध्यपुष्प के संयोजन में अध्यक्षता मणिभूषण प्रसाद सिंह अकेला ने की. उद्घाटन बेंगलुरु से डा शारदाचरण ने किया. कवयित्री साधना कृष्ण ने नेट पर उपस्थित सभी कवियों का भावपूर्ण स्वागत किया. मुख्य अतिथि डा विद्या चौधरी ने बड़ी मार्मिक कविता सुनाई. यात्री मारल गेलन धरम के नाम पर, पहलगाम के मोकाम पर न. दरभंगा के कवि इं. राणा ब्रजेश की उक्ति थी फेर टूटल विश्वास के डोरी आ फेर भेल घबइल कश्मीर. पूर्व वायुसैनिक कवि जयराम सिंह ने पाकिस्तान कारनामे से त्रस्त होकर कविता सुनाई. मणिभूषण अकेला ने खूब व्यथित होकर जुग-जुग के सिरमौर आज दुविधा में परल बुद्ध-जैन के अंगना हए हिंसा से भरल. वैशाली की कवयित्री साधना कृष्ण ने अपनी काव्यांजलि इन शब्दों में रखीं मौन अधरतिया आंख सजल कइसे पीड़ा बतलाऊं. इसी तरह दरभंगा के पूर्व सैनिक कवि सूबेदार नंदकिशोर साहु ने अपनी नम आंखों से काव्यमत श्रद्धासुमन अर्पित किया. ज्वाला सांध्यपुष्प ने अपनी ग़ज़ल से आतंकियों को ललकारा, सब सहनशक्ति के चद्दर जार देम, आई दुश्मन के छाती हम फार देम. मुज़फ़्फ़रपुर से डा विनोद कुमार सिन्हा, सविता राज, डा पुष्पा गुप्ता, प्रेम कुमार वर्मा, ज्योति सिन्हा, सीतामढ़ी से सुरेश वर्मा, दरभंगा से अमिताभ कुमार सिन्हा, डा सतीश चन्द्र भगत, चंद्रमोहन पोद्दार, हाजीपुर से डा प्रतिभा पराशर और बेंगलुरु से डा शारदा चरण ने देशभक्ति की अपनी -अपनी श्रेष्ठ कविताओं की प्रस्तुति कर पाकिस्तानी आतंकियों को खूब फटकार लगाई. कार्यक्रम का संचालन दरभंगा से अमिताभ कुमार सिन्हा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन पटना से इं रामनरेश शर्मा और ज्वाला सांध्यपुष्प ने किया.
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