समस्तीपुर . धान का कटोरा कहा जाने वाला समस्तीपुर जिला एक बार फिर सीएमआर (चावल) आपूर्ति में राज्य भर में पीछे रहा है. खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत जिले ने 15 जून तक 53870 मीट्रिक टन कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) की आपूर्ति कर पूरे बिहार में 22वां स्थान प्राप्त किया है. जिले में धान खरीदारी की समय सीमा खत्म होने के बाद तैयार चावल सीएमआर की आपूर्ति की निरीक्षण की तिथि भी 15 जून को समाप्त हो गई. इस दौरान 53870 मीट्रिक टन सीएमआर की आपूर्ति राज्य खाद्य निगम को की गई है. वित्तीय वर्ष से 2024-25 में 114525 मीट्रिक टन धान की खरीदारी का लक्ष्य दिया गया था. जिसके विरुद्ध 98 हजार 770. 882 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई थी. जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 74457 मीट्रिक टन धान खरीद की लक्ष्य दी गई थी. जिसके विरुद्ध 63987 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई थी. इस बार अरवा धान का लक्ष्य 3856 मीट्रिक टन और उसना धान का लक्ष्य 68674 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है. जिले में उसना चावल के 11 चावल मिलें हैं. जबकि अरवा के तीन चावल मिल ने इस बार सीजन में काम किया है. वहीं जिले में इस बार धान अधिप्राप्ति में शामिल होने के लिए जिले के सभी 19 प्रखंडों से 19949 किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था. इसमें से 11682 किसानों ने पैक्स व व्यापार मंडलों के माध्यम से धान की बिक्री की है. किसानों की इस भागीदारी से स्पष्ट होता है कि सरकार की नीतियों और समर्थन मूल्य प्रणाली में किसानों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है. हालांकि जिले की भंडारण व्यवस्था, पारदर्शी खरीद प्रणाली और पैक्स, मिलर्स व प्रशासन के बीच समन्वय का अभाव दिखा, जिसका परिणाम हमारे समक्ष है. बताते चलें कि रोहतास जिला एक बार फिर सीएमआर (चावल) आपूर्ति में राज्य भर में सबसे आगे रहा है. खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत जिले ने 15 जून तक 218559.969 मीट्रिक टन कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) की आपूर्ति कर पूरे बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. हालांकि प्रतिशत के हिसाब से यह किशनगंज और बेगूसराय के बाद तीसरे स्थान पर है.
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