मांझी. बिहार सरकार जहां एक ओर शिक्षा में सुधार के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है, वहीं दूसरी ओर स्कूल भवनों की जर्जर स्थिति पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है.
जन सहयोग से बने टीन शेड में बच्चों की होती है पढ़ाई
विभाग से कई बार पत्राचार किया गया, लेकिन कोई पहल नहीं
प्रधान शिक्षिका ने बताया कि वर्ष 2023 में अपना प्रभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने विभाग के वरीय पदाधिकारियों को भवन के जर्जर हालात व जोखिम भरी ड्यूटी से अवगत कराने के लिए पत्राचार किया. परंतु विभाग द्वारा इस दिशा में अबतक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है.बीइओ ने भी माना, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
मांझी की बीइओ विभा रानी ने बताया कि चकिया मध्य विद्यालय का दोनों भवन जर्जर हालत में है तथा कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. उन्होंने बताया कि पत्र भेजकर उन्होंने जिले के वरीय पदाधिकारियों को हालात से आगाह कर दिया है. परंतु नये भवन के निर्माण की अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी है. उन्होंने बताया कि नये विद्यालय भवन के शीघ्र निर्माण का मौखिक आश्वासन जिला प्रशासन ने उन्हें दिया है.
खास बातें
– जर्जर हैं स्कूल के कमरे, बारिश होने पर बच्चों को दे दी जाती है छुट्टी- हनुमान चालीसा का पाठ कर ड्यूटी बजाते हैं शिक्षक, सांप-बिच्छु का भी बना रहता है डर- पूर्व में बनीं दोनों बिल्डिंग पूरी तरह जर्जर, नये कमरों का नहीं हो रहा निर्माण
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