छपरा. छपरा जंक्शन से कथित तौर पर एक बच्चे की चोरी का मामला प्रकाश में आया है. इस घटना को लेकर सीवान जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बैजू बदौरा गांव निवासी चांदनी देवी और उसके परिजन लगातार छपरा जीआरपी थाने का चक्कर काट रहे हैं. लेकिन 18 जून को हुई इस कथित घटना की प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है, जिससे परिजन बेहद आक्रोशित और निराश हैं. चांदनी देवी ने बताया कि 18 जून को वह अपने बच्चे के साथ रिविलगंज जाने के लिए छपरा जंक्शन पहुंची थी. चूंकि रात हो चुकी थी और ट्रेन नहीं मिली, इसलिए वह स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में रुक गयी. वहीं भोजन के दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसे नशीला पदार्थ खिला दिया, जिससे बाद वह बेहोश हो गयी और होश में आने पर पाया कि उसका बच्चा लापता है. चांदनी का आरोप है कि स्टेशन परिसर में सक्रिय कबाड़ बीनने वाले किसी व्यक्ति ने उसके बच्चे को चुरा लिया और वह मौके से फरार हो गया. इस मामले में जब वह जीआरपी थाने शिकायत लेकर पहुंची तो उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. वही सीसीटीवी की जांच पड़ताल भी नहीं की गयी. चांदनी के परिजन प्रभु राय ने आरोप लगाया कि जब वह घटना की शिकायत लेकर पहुंचे तो जीआरपी थाने ने इसे स्टेशन परिसर के बाहर की घटना बताकर भगवान बाजार थाना भेज दिया, जबकि भगवान बाजार थाना ने इसे जंक्शन का मामला बताकर जीआरपी के हवाले कर दिया. इस तरह से दोनों थानों की खींचातानी में पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है.वही इस संदर्भ में जब जीआरपी थानाध्यक्ष शाहिद अनवर अंसारी से बात की गयी तो उन्होंने पीड़िता के बयान को संदेहास्पद बताया. उन्होंने कहा कि चांदनी देवी के पास किसी भी तरह का यात्रा टिकट नहीं था और न ही कोई ऐसा प्रमाण मिला जिससे यह साबित हो सके कि वह घटना के दिन छपरा जंक्शन पर मौजूद थी. उनके अनुसार, पीड़िता के आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी है.
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