छपरा
. सदर अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन मॉडल अस्पताल का कार्य पिछले 10 दिनों से पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है. इसके पीछे मुख्य कारण पुराने आइसीयू भवन के पास गिरा हुआ 11 हजार वोल्ट का हाइटेंशन तार है, जो न सिर्फ निर्माण कार्य में बड़ी बाधा बना हुआ है, बल्कि अस्पताल में आने-जाने वाले आम लोगों के लिए भी जानलेवा खतरा बन गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, जैसे ही यह हाइटेंशन तार गिरा, प्रोजेक्ट मैनेजर ने तत्काल इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन के साथ-साथ बिजली विभाग को भी दी. इसके बावजूद अब तक न तो अस्पताल प्रशासन ने कोई ठोस कदम उठाया है और न ही बिजली विभाग की ओर से किसी तरह का मरम्मत कार्य शुरू किया गया है. इस लापरवाही के चलते न केवल निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है, बल्कि अस्पताल की सामान्य कार्यप्रणाली भी बाधित हो रही है. अस्पताल की ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों और उनके परिजनों में भी भय का माहौल है. नगर थाना क्षेत्र से इलाज के लिए आए मरीज के परिजन सद्दाम रजा ने बताया, हम इलाज के लिए आए हैं, लेकिन यहां बिजली का तार गिरा पड़ा है. न तो इसे हटाया गया है और न ही चेतावनी का कोई बोर्ड लगाया गया है. किसी अनहोनी की आशंका से हम डरे हुए हैं. स्थानीय लोगों और अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों का कहना है कि यह घटना प्रशासनिक लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है. 10 दिनों तक एक खतरनाक हाइटेंशन तार का गिरे रहना और उस पर कोई कार्रवाई न होना गंभीर चिंता का विषय है. प्रोजेक्ट मैनेजर का कहना है कि बार-बार सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही, जिससे निर्माण कार्य पर नकारात्मक असर पड़ रहा है. उन्होंने यह भी आशंका जतायी कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया.
तो परियोजना में और अधिक देरी हो सकती है.
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