छपरा. मंडलकारा में बंद कैदियों के वकालतनामा और बेल बाउंड पर हस्ताक्षर कराने में हो रही देरी से परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मी इस प्रक्रिया में लापरवाही बरत रहे हैं. जिससे मामूली कागजी कार्रवाई में भी 24 घंटे तक का समय लग रहा है. इस संदर्भ में नगर थाना की रहने वाली महिला सविता देवी ने बताया कि उसका पुत्र किशोर वार्ड में बंद है और शुक्रवार की सुबह वकालतनामा से संबंधित जरूरी कागजात मंडल कारा भेजे गये थे. लेकिन शनिवार को 11 बजे तक वह कागजात वापस नहीं मिल सके. जिसके कारण जमानत की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी और उन्हें लौट जाना पड़ा. जब इस संदर्भ में शनिवार को महिला पुलिसकर्मियों से जानकारी लेने गयी तो उक्त कागज गुम होने की बात कही गयी. जिसके बाद महिला पुनः वकालतनामा लेने कोर्ट गयी और दुबारा मे उसके कागज पर हस्ताक्षर कराया गया. वही इस संदर्भ मे जेल अधीक्षक ने बताया कि वकालतनामा और बेल बाउंड पर हस्ताक्षर के लिए एक पुलिसकर्मी की स्थायी नियुक्ति की गयी है. लेकिन अगर इस प्रक्रिया में देरी हो रही है, तो इसकी जांच करायी जायेगी और दोषियों पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. मंडलकारा में प्रशासनिक लापरवाही और कागजी कार्यवाही में हो रही देरी ने कैदियों के परिजनों की चिंता बढ़ा दी है. जिस कारण न्याय प्रक्रिया परेशानी से न केवल परिवारों को परेशानियां होती हैं, बल्कि न्याय में भी देर होती है.
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