मशरक. मशरक स्थित इफको इ-बाजार खाद डिपो को बंद करने की सूचना मिलते ही स्थानीय किसानों में आक्रोश की लहर दौड़ गयी. देखते ही देखते सैकड़ों किसान डिपो के सामने एकत्र होकर सरकार और कृषि विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शन कर रहे किसानों ने इस निर्णय को किसान विरोधी बताया. प्रदर्शनकारियों में सारण जिला जदयू के जिला महासचिव गौतम सिंह, दशरथ सिंह, मैनेजर मिश्र, बसंत सिंह, बिरेंद्र राय, गौतम प्रसाद, ओमप्रकाश सिंह सहित दर्जनों किसान नेता और ग्रामीण शामिल थे. किसानों का कहना था कि मशरक में इफको इ-बाजार डिपो के चलते उन्हें सरकारी दर पर समय पर यूरिया और अन्य उर्वरक उपलब्ध हो जाते हैं, लेकिन यदि यह डिपो बंद कर दिया गया तो उन्हें मजबूरी में महंगे दाम पर कालाबाजारी से खाद खरीदना पड़ेगा. इससे खेती की लागत बढ़ेगी और आमदनी पर विपरीत असर पड़ेगा. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि विभाग ने मशरक से खाद डिपो हटाने का प्रयास किया तो किसान सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे. वहीं मशरक, पानापुर, बनियापुर और इसुआपुर के किसानों ने इस मुद्दे को लेकर बिहार सरकार के कृषि मंत्री को हस्ताक्षरयुक्त आवेदन भेजा है. इस आवेदन में किसानों ने आग्रह किया है कि इफको इ-बाजार खाद डिपो को मशरक से न हटाया जाये, ताकि वे समय पर उचित मूल्य पर खाद प्राप्त कर सकें.
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