छपरा. ग्रीन ट्रिब्यूनल की कोलकाता खंडपीठ ने जलजमाव से संबंधित एक पुराने मामले में जिला प्रशासन और आवास बोर्ड द्वारा अब तक कोई जवाब दाखिल न करने को गंभीरता से लिया है. खंडपीठ ने इसे अपने आदेश में स्पष्ट रूप से उल्लेख करते हुए नाराजगी जतायी है.
फोरम के प्रतिवाद से बचा वाद का निस्तारण
प्रभुनाथ नगर निवासी प्रोफेसर पृथ्वीराज सिंह ने बताया कि यदि वेटरन्स फोरम की ओर से प्रतिवाद नहीं किया गया होता, तो यह मामला उसी तरह समाप्त हो जाता जैसे पहले के कई मामलों में हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रभुनाथ नगर की जलजमाव की समस्या भी खनुवा नाले की तरह वर्षों तक लंबित रह जाती.
बिजली पोल बने बाधा, निर्माण अधूरा
प्रभुनाथ नगर कॉलोनी में नाला निर्माण का कार्य भले ही प्रारंभ हो चुका है, लेकिन कई स्थानों पर सड़क अतिक्रमण, बिजली के खंभे और ट्रांसफॉर्मर निर्माण में बाधा बन रहे हैं. डॉ बीएनपी सिंह ने बताया कि नाले अब तक पूरा नहीं बने हैं, और अर्धनिर्मित नालों को जोड़ा भी नहीं गया है. उन्होंने आशंका जतायी कि यदि कार्य की गति यही रही, तो अगली सुनवाई तक भी जलजमाव की समस्या बनी रहेगी.
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