छपरा. सारण जिले की विभिन्न नदियों ने 15 दिन पहले के अपने जल स्तर के रिकॉर्ड को चार अगस्त को तोड़ दिया. इस बार सभी नदियां उफान पर दिख रही हैं. 20 जुलाई को जो भी उच्चतम जल स्तर का रिकॉर्ड था, उन सभी रिकॉर्ड्स को नदियों ने पार कर लिया है. अब तो सदर प्रखंड, रिविलगंज प्रखंड, दिघवारा प्रखंड, नयागांव, सोनपुर आदि के कई गांव या तो डूब गये हैं या फिर डूबने के कगार पर आ गये हैं.
ग्रामीणों का पलायन शुरू
अलर्ट मोड में आया जिला प्रशासन
सारण जिले के बाउंड्री एरिया और अंदर से गुजरने वाली नदियों के जल स्तर पर जिला प्रशासन की नजर पूरी तरह टिकी है. जिला प्रशासन पहले से ज्यादा अलर्ट मोड में आ चुका है, क्योंकि कई ऐसे नदी घाट हैं, जहां के जल स्तर खतरे के निशान को पार कर चुके हैं और अब कई जगह हाइ फ्लड लेवल को छूने जा रहा है. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने जल स्तर के बढ़ोतरी में सोमवार की सुबह जो आंकड़ा रिकॉर्ड किया, वह चौंकाने वाला था. सभी नदियों के जल स्तर में सेंटीमीटर के हिसाब से लगातार वृद्धि हो रही है. गंडक के साथ गंगा भी रौद्र रूप लेती जा रही है और उससे मिली हुई घाघरा यानी सरयू नदी भी सब कुछ लीलने के लिए बढ़ती जा रही है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के अनुसार गंगा नदी गांधी घाट और अन्य जगहों पर खतरे के निशान को पार कर चुकी है और हर दिन अपने जल स्तर में वृद्धि कर रही है. गंगा के जल स्तर में वृद्धि होने का असर उससे मिलती हुई नदी घाघरा पर देखने को मिल रहा है और यह बेतहाशा बढ़ती जा रही है.डीएम ने सभी अंचल अधिकारियों को दिया टास्क
नदियों की वर्तमान स्थिति
सभी स्थानों पर नदी के जल स्तर में वृद्धि दिखायी गयी है. जानकारी के अनुसार गंगा नदी के जल स्तर में गांधी घाट के पास अब भी वृद्धि हो रही है. यहां 48.60 मी के जल स्तर को खतरे के निशान माना गया है और फिलहाल चार अगस्त की सुबह 6:00 बजे तक 49.30 मीटर जल स्तर दर्ज किया गया है. यानी खतरे के निशान से काफी ऊपर पानी बह रहा है. यह प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है. यह भी कहा जा सकता है कि हाइएस्ट फ्लड लेवल 50.52 के नजदीक है ऐसे में अधिकारियों का टेंशन बढ़ना लाजिमी है. इससे सारण जिले के एनएच 19 से सटे सभी प्रखंड प्रभावित होंगे. ऐसे प्रखंडों को हाइ अलर्ट मोड में रख दिया गया है. बात करें घाघरा यानी सरयू नदी की, तो इसके जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. घाघरा छपरा के जल स्तर के खतरे का निशान 53.68 मीटर है. अभी 52.20 मीटर तक पहुंच गया है. वहीं सिसवन घाघरा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. यहां 57.04 खतरे का निशान है और 55.70 तक जल स्तर पहुंच गया है. बात करें गंडक हाजीपुर की, तो इसका खतरे का निशान 50.32 है. वर्तमान स्थिति 49.14 मीटर है. इसी तरह गंडक रीवा का खतरे का निशान 54.41 है. वर्तमान स्थिति 52.62 मी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है