
दिघवारा. अंतरराष्ट्रीय नशीली दवाओं के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के विरुद्ध दिवस के अवसर पर गुरुवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय, ईशुपुर में दिघवारा पुलिस के तत्वावधान में जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों को नशामुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित किया गया और उन्हें शपथ भी दिलायी गयी. कार्यक्रम में थानाध्यक्ष डॉ रितेश कुमार मिश्रा ने कहा कि नशा नाश की जड़ है और इसके सेवन से व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास अवरुद्ध हो जाता है. उन्होंने नशे के विभिन्न स्वरूपों की जानकारी देते हुए बताया कि इससे केवल व्यक्ति ही नहीं, पूरा परिवार और समाज प्रभावित होता है. थानाध्यक्ष ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा राज्य में शराबबंदी लागू कर एक सराहनीय और प्रभावी कदम उठाया गया है, जिसका सकारात्मक असर अब प्रदेश भर में देखा जा रहा है. उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने और समाज में इसके खिलाफ जागरूकता फैलाने का संकल्प दिलवाया. विद्यालय के शिक्षक संतोष कुमार सिंह ने पुलिस द्वारा की जा रही इस जनहित पहल की सराहना करते हुए कहा कि छात्रों को जागरूक करने का यह प्रयास न केवल प्रशंसनीय है, बल्कि अनुकरणीय भी है. समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए हर नागरिक को प्रयास करना चाहिए. इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिकाएं कुमारी शशिनिभा, पुष्पलता कुमारी, ममता शर्मा, कुमारी रहमत फातिमा, पुतुल कुमारी, नूतन, सरिता सिंह, मिलन सिंह, कुमारी छाया सिंह, शिवानी और जूही परवीन सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थीं.
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