डंठल में आग लगाने से किसानों का गेहूं और पशुचारा जलकर खाक फोटो-24- सड़क जाम करते आक्रोशित लोग. प्रतिनिधि, करगहर असामाजिक तत्वों की ओर से गेहूं के डंठल में लगायी गयी आग कई गांवों के लोगों के घरों और खलिहानों तक पहुंच गयी. अगलगी की इस घटना ने कनक सेमरिया गांव के समीप स्थित दलित टोले को भी अपने आगोश में ले लिया. इससे दो किसान अजय पासवान और दीनानाथ पासवान के खलिहान में रखा छह क्विंटल गेहूं और चार ट्राली भूसा जलकर खाक हो गया है. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने सासाराम-चौसा पथ पर लगभग एक घंटे तक आवागमन बाधित कर डंठल में आग लगाने वाले दोषी व्यक्ति के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने और अगलगी में हुए नुकसान के मुआवज़े की मांग कर रहे थे. सड़क जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कोचस प्रखंड बीपीआरओ सुमित चौधरी, कोचस थानाध्यक्ष रंजित सिन्हा और समाजसेवी धनंजय पांडेय ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया. बीपीआरओ ने कहा कि सरकारी प्रारूप के अनुसार पीड़ित किसानों को मुआवजा उपलब्ध करायी जायेगी. ज्ञातव्य हो कि मंगलवार की दोपहर महुआरी गांव के बधार में किसी असामाजिक तत्व द्वारा गेहूं के डंठल में आग लगा दी गयी. इससे महुआरी, कनक सेमरिया, पटवाडिह, जलालपुर, भावाडिह सहित आधा दर्जन गांवों के खेतों में आग ने रौद्र रूप अपना लिया. आग को गावों के करीब आते देखकर लोग अपने अपने घरों से निकलकर भागने लगे. सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम और ग्रामीणों की सहयोग से आग पर काबू पाया गया.
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