काराकाट़ क्षेत्र के किरही गांव में 13 वर्षीय किशोर की संदिग्ध अवस्था में मौत पर गांव में कोहराम मच गया है. मृतक किरही गांव निवासी स्व अरुण सिंह का छोटा बेटा रिमांशु कुमार बताया जाता है. किशोर की मौत की घटना जमीन विवाद से जुड़ कर बताया जाता है. घटना के बारे में परिजनों ने बताया कि रिमांशु 13 जुलाई रविवार को दोपहर करीब दो बजे पुराना मकान में आया था. जब छह बजे शाम तक घर नहीं लौटा, तो खोजने के लिए बड़ी बहन मधु कुमारी पुराने मकान में पहुंची, तो एक कमरे में बाहर से सिकड़ी बंद था. खिड़की खोलकर देखी तो भाई रिमांशु का शव पंखे से लटका हुआ था. घर से बाहर निकलकर हो हल्ला किया, तो आसपास के लोग पहुंचे. शव को पंखे से नीचे उतारा गया. पुलिस की जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची, लेकिन परिजनों के बवाल से पुलिस भी परिजनों को शांत कराने में जुट गयी. परिजनों ने किशोर की हत्या का आरोप बगल के घर वाले हृदयानंद शर्मा के परिवार पर लगा रहे थे. पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजने के लिए प्रयास करती रही, लेकिन मृतक के परिजन एसपी को बुलाने पर अड़े रहे. रविवार की रात करीब 11 बजे के आसपास एसपी रौशन कुमार किरही गांव पहुंचे. परिजन ने हत्या के मामले में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े हुये थे. एसपी ने परिजनों को आश्वासन दिया कि हत्या में शामिल लोगों बख्शा नहीं जायेगा. एसपी की बात मानकर परिजन शांत हुए. पुलिस ने बगल के घर वाले जिससे जमीन विवाद हृदयानंद शर्मा के परिवार से था, उसे गिरफ्तार कर थाना लाया गया. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया गया. मृतक की माता रीना कुंवर के बयान पर 14 लोग पुरुष व महिला को हत्या का आरोपित बनाया गया है. थानाध्यक्ष भागीरथ कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है, जांच कर आगे की कार्रवाई की जायेगी. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल – 13 वर्षीय रिमांशु कुमार की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है. मृतक उच्च विद्यालय किरही में नौवीं वर्ग का छात्र था. दो भाइयों में छोटा था. मौत के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है. मृतक के पिता स्व अरुण सिंह का निधन छह वर्ष पूर्व हो चुका है. रिश्तेदार भी घटना की जानकारी सुन पहुंच रहे है. सभी इस घटना की निंदा कर रहे हैं. 13 वर्ष के किशोर का क्या कसूर था कि हत्या कर दी गयी. तीन दशक से चल रहा दो पक्षों में जमीन विवाद – किरही गांव में दो पक्षों के बीच जमीन विवाद तीन दशक से चला आ रहा है. एक पक्ष की रीना कुंवर तथा दूसरे पक्ष का हृदयानंद शर्मा के बीच तीन फीट जमीन के गलियारा को लेकर विवाद है. इसमें सरकारी अमीन बहाल कर पैमाइस की जा चुकी है. लेकिन दखन दिलाने में पुलिस प्रशासन असफल रही, नतीजा हत्या तक पहुंच गया. तीन फुट जमीन के लिए कई बार हुई मारपीट तीन फुट जमीन के लिए दोनों पक्षों में दो बार मारपीट हो चुकी है. पहली मारपीट की घटना 15 जुलाई 2024 को हुई थी, जिसमें एक पक्ष हृदयानंद शर्मा ने दूसरे पक्ष को मारपीट का आरोपित बनाया था. दूसरी मारपीट की घटना 1 फरवरी 2025 को हुई थी, जिसमें हृदयानंद शर्मा ने दूसरे पक्ष को मारपीट का आरोपी बनाया था, जिसमें दूसरे पक्ष के लोगों को जेल जाना पड़ा था. हत्या या आत्महत्या जांच का विषय – मृतक की माता रीना कुंवर, बड़ा भाई 16 वर्षीय रितिक कुमार, बहन मधु कुमारी का आरोप है कि हृदयानंद शर्मा का परिवार जमीन विवाद में रिमांशु कुमार की हत्या कर फांसी पर लटका दिया है. परिजनों का दावा है कि जो स्वयं फांसी लगायेगा, वह बाहर से दरवाजा कैसे बंद कर सकता है. कमरे के बाहर की खिड़की को बोरा से ढंक दिया गया है कि आवाज बाहर न जाये. आंगन में एक ब्लू रंग का पाइप पड़ा है, वह मेरे घर का नहीं है. दुपट्टा से हाथ बंधा गया था, उसमें ग्यारह गांठ था. पीछे के दरवाजा से आकर हत्या कर फांसी पर लटका दिया गया है. इस घटना के पीछे का जो राज है कि ये हत्या है या आत्महत्या जांच के बाद खुलासा होगा. गांव में पुलिस कर रही कैंप किरही गांव में किशोर की मौत की घटना के बाद पुलिस कैंप की हुई है. 13 जुलाई की देर शाम से पुलिस जमी हुई है. घटना के बाद बिक्रमगंज एसडीपीओ कुमार संजय, काराकाट, नासरीगंज, कच्छवां, राजपुर, संझौली, सूर्यपुरा की पुलिस मौजूद थी. थानाध्यक्ष ने बताया कि जब तक गांव में शांति व्यवस्था नहीं बन जाती, तब तक गांव में पुलिस का कैंप रहेगा.
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