डीएम के जनता दरबार में शिक्षा अधिकारियों की शिकायत लेकर पहुंचे राधेश्याम कुंदन ने सिविल डिफेंस वॉलेंटियर में निबंधन का दिया आवेदन फोटो-21- जनता दरबार में अपनी बारी का इंतजार करते लोग. प्रतिनिधि, सासाराम नगर सभी अधिकारियों से थक-हार डीएम के जनता दरबार में लोग उम्मीद के साथ पहुंच रहे हैं कि उन्हें यहां न्याय मिलेगा. लेकिन, यह कब मिलेगा, इसकी कोई तय सीमा नहीं है. यही वजह है कि राधेश्याम राम टोला सेवक के रूप में योगदान देने के लिए पिछले छह महीने से अधिकारियों की गाली सुन रहे हैं. अब डीएम के यहां गुहार लगायी है. चेनारी प्रखंड के रेडिया गांव के रहनेवाले राधेश्याम (पिता रामसकल राम) टोला सेवक के रूप में योगदान करने के लिए जिले के अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं. लेकिन, उन्हें गाली देकर भगा दिया जा रहा है, जिसका जिक्र उन्होंने अपने आवेदन में किया है. इसको लेकर शुक्रवार को वह डीएम के जनता दरबार में पहुंचे थे. उन्होंने अपने आवेदन में जिक्र किया है कि 12 जुलाई 2024 को टोला सेवक के लिए नियुक्ति निकली थी, जिसको भरनेवाला मैं अकेला उम्मीदवार था. इसके लिए भी मुझे कई स्थानों पर दौड़ना पड़ा था. इसके पूर्व भी यह नियुक्ति निकली थी. लेकिन, किसी कारणवश उसे रद्द कर दिया गया था. अब जब योगदान देने की बात आयी, तो मुझे योगदान नहीं कराया जा रहा है. इसके लिए लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के पास मैंने शिकायत की. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास योगदान कराने के लिए भेज दिया. लेकिन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने डीपीओ के पास भेज दिया और डीपीओ मुझे योगदान नहीं करा रहे हैं. साथ ही मुझे जातिसूचक गाली देकर भगा दे रहे हैं. ऐसे में अब मैं आपके पास आया हूं. मुझे उम्मीद है कि आपके निर्देशों का पालन किया जायेगा. वहीं, नगर निगम वार्ड संख्या-02 के कर्मडिहरी के रहनेवाले कुंदन कुमार ने डीएम को सिविल डिफेंस वॉलेंटियर के रूप में निबंधित करने का आग्रह किया है. उन्होंने अपने आवेदन में लिखा है कि युद्ध की पृष्ठभूमि को केंद्र में रखकर सरकार जिले में सिविल डिफेंस वॉलेंटियर की संख्या बढ़ा रही है. वॉलेंयटर का निबंधन जिलाधिकारी कार्यालय से हो रहा है. इसलिए मुझे भी इस रूप में निबंधित किया जाये. डीएम के जनता दरबार में 65 लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे. इसमें चेनारी नगर पंचायत के भरंदुआ से गुड्डू सेठ पहुंचे थे, जिन्होंने अपने यहां के पीडीएस दुकानदार की शिकायत की. उन्होंने अपने आवेदन में लिखा है कि पीडीएस दुकानदार मुझे राशन नहीं दे रहा और दुकान पर जाने पर मारपीट करता है. इन सभी आवेदनों पर डीएम ने सुनवाई करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को जल्द से जल्द निष्पादन करने का निर्देश दिया.
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