कहा- बिहार को विकसित करना है, तो नौकरी लेने वाला नहीं नौकरी देने वाला बनो
कथा में अनिरुद्धाचार्य ने बहन-बेटियों को उनके उत्तम भविष्य के लिए समझाया. बताया कि किसी के झूठे प्रेम में पड़कर अपना चरित्र और जीवन बर्बाद करने से पहले उन माता-पिता की इज्जत और भरोसे के बारे में सोचना जो वह आप पर करते हैं. कभी किसी के झांसे में आकर अपना चरित्र खराब मत करना. अपने भारत की नारियां चरित्र के लिए जानी जाती हैं, मरना मंजूर था, परंतु क्या मजाल जो कोई पर पुरुष हाथ भी लगाये. वहीं, सुदामा प्रसंग सुना भक्तों को मित्रता की परिभाषा बतायी. कहा कि कोई भी व्यक्ति पूर्ण विश्वास के साथ कथा श्रवण करे, तो वह भी मोक्ष की प्राप्ति कर सकता है. भजन गायन के दौरान विदाई गीत सुनकर श्रद्धालुओं की आंखों से आंसू बह गये. महाराज जी ने कहा जब जीव में अभिमान आता है, भगवान उनसे दूर हो जाते हैं, लेकिन जब कोई भगवान को न पाकर विरह में होता है, तो श्रीकृष्ण उन पर अनुग्रह करते हैं.
श्री कृष्ण के प्राकट्य, बाल लीलाओं की कथा सुन विभोर हुए भक्त
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के प्राकट्य, बाल लीलाओं सहित महारास की लीला का वर्णन किया. बताया कि रास तो जीव का परमात्मा से मिलन है. यह काम को बढ़ाने की नहीं काम पर विजय प्राप्त करने की कथा है। रास लीला में जीव की शंका करना या काम को देखना ही पाप है. उन्होंने कई बार भक्ति गीत गाकर दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया. महाराज जी ने कहा कि बिहार में युवाओं में प्रतिभा की की कमी नहीं है. माता-पिता को चाहिए कि अपने बच्चों की प्रतिभा को परख कर इस क्षेत्र में उसे विकसित करें. इस दौरान रोहतास व कैमूर से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. महाराज के पहुंचते ही आसपास के लोग खेत खलिहान से दौड़ पड़े. उनके अंतिम दर्शन के लिए जगह-जगह पर लोग खड़े थे. पुलिस विधि व्यवस्था में लगी हुई थी महायज्ञ में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
Sasaram News : सासाराम में चार कर्मचारियों ने टैक्स और इ-चालान के 2.20 करोड़ डकारे
Sasaram News : खंडहर में तब्दील हो रहा है भारतीय क्रिकेट आकाशदीप के सपनों का मैदान
Sasaram News : जमाबंदी रैयत की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारियों का रिकॉर्ड में जुड़ेगा नाम
Sasaram News : रोहतास महिला कॉलेज में स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम शुरू