कारामंडल सासाराम में बंदियों की स्वास्थ्य जांच कर उपचार की दी गयी जानकारी फोटो-5-कारामंडल में बंदियों के स्वास्थ्य की जांच करते चिकित्सक. प्रतिनिधि, सासाराम सदर सासाराम कारामंडल में सोमवार को सदर अस्पताल की मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम इकाई द्वारा शिविर आयोजित कर बंदियों के स्वास्थ्य की जांच की गयी और उपचार की जानकारी दी गयी. इस दौरान वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक चिकित्सक डॉ विप्लव कुमार सिंह की अगुवाई में कम्यूनिटी नर्स केस मैनेजर प्रियंका कुमारी, जेल प्रशासन से डॉ विपिन कुमार सिन्हा, फार्मासिस्ट ललन कुमार की टीम ने बंदियों के स्वास्थ्य की जांच कर मनोचिकित्सकीय उपचार का उपाय बताया. इस दौरान नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ विप्लव ने बताया कि मानसिक बीमारी तुरंत ठीक नहीं होता है, लेकिन एक दिन ठीक जरूर होती है. इसके लिए संयम रखने की जरूरत होती है. हर व्यक्ति का व्यक्तित्व अलग-अलग होता है, इसलिए इस रोग से निजात पाने में समय भी अलग-अलग लगता है. मानसिक समस्या को ठीक होने में आसपास के माहौल, पारिवारिक समस्या, केयर टेकर और खुद मरीज में रोग के प्रति जागरूकता उपचार के लिए काफी सहयोगी साबित होती है. उन्होंने कहा कि ब्रेन के केमिकल इंबैलेंस में जल्द और बड़ा लाभ नजर आता है. ऐसे में जागरूक रहकर उपचार कराएं और लापरवाही से परहेज करें. डिप्रेशन या अन्य मानसिक समस्याओं का मुख्य कारण नकारात्मक सोच व अनावश्यक स्ट्रेस है. इससे बचने के लिए हमेशा लक्ष्य निर्धारित करें और बड़े कार्यों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटे और कुछ खास कार्यों को प्राथमिकता में शामिल करें. जिससे मानसिक रोग से निजात पाने के लिए आप और मजबूत हों. पहले खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनाएं यह बीमारी लाइलाज नही है धीरे-धीरे आप ठीक हो जाएंगे. शिविर में आखिरी में कम्यूनिटी नर्स केस मैनेजर प्रियंका कुमारी ने कैदियों को उपचार प्रक्रिया के तहत साइकाइट्रिक नर्सिंग केयर के महत्व की जानकारी दी.
संबंधित खबर
और खबरें