विशेष मुहूर्त पर अपनी पसंद का सामान खरीद ग्राहकों के चेहरे खिले फोटो-02-अक्षय तृतीया पर आभूषण की खरीदारी करते लोग. प्रतिनिधि, सासाराम ग्रामीण जिसका कभी क्षय न हो, वह अक्षय है. वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया कहा जाता है. मान्यता है कि इस दिन प्रारंभ किये गये कार्य में कम से कम प्रयास में ज्यादा से ज्यादा सफलता मिलती है. इस काल को सोना खरीदने का श्रेष्ठ काल भी मानते हैं. बुधवार को इस परंपरा का निर्वाह करते हुए जिलेवासियों ने भी जमकर गहने खरीदे. आभूषण की दुकानों पर विशेष चहल-पहल रही. यहां सुबह से देर रात तक लोगों ने मनपसंद गहने खरीदे. ज्वेलर्स के यहां पहले से गहनों की बुकिंग करा रखे ग्राहक डिलिवरी लेने पहुंचे. कीमती धातुओं के साथ ऑटोमोबाइल्स, रियल इस्टेट, इलेक्ट्रॉनिक्स रोजमर्रे में उपयोग होनेवाले उत्पादों के बाजार में अक्षय तृतीया का उत्साह झलक रहा था. इस विशेष मुहूर्त पर अपनी पसंद का सामान खरीद ग्राहकों के चेहरे खिले उठे. सोने-चांदी की तरह वाहनों की खरीदारी भी जम कर की गयी. अशोक ज्वेलर्स के प्रोपराइटर अशोक कुमार ने बताया कि इस बार अक्षय तृतीया पर लगन होने के कारण अच्छी बिक्री हुई. इसके बावजूद महिलाओं ने सोने के झुमके, चेन, अंगूठी, पुरुषों ने चेन, ब्रेसलेट की खरीदारी की है. बाजार के जानकार बताते हैं कि इस वर्ष अक्षय तृतीया के अवसर जिले में करीब 2.5 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया जा रहा है.
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