अकबरपुर. 12 घंटे पूर्व बीती रात क्षेत्र के सोशल मीडिया पर सड़क की जैसे ही खराब होने की सूचना आने लगी, सुबह होते ही अधिकारियों ने आंख खोली और सड़क में काम लगा दिया. दरअसल, रोहतास प्रखंड के बंजारी में बिहार सरकार मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण कार्य विभाग डेहरी द्वारा कल्याणपुर गांव से बंजारी सीमेंट गौरा कॉलोनी होते हुए सूर्य मंदिर तक 0.910 किलोमीटर का पीसीसी पथ निर्माण कराया गया था. चार माह पूर्व मार्च के महीने में ही 40 लाख की लागत से तैयार कर संवेदक शशि भूषण कुमार ने इस पथ को जनता को सौंपा था. इस सड़क की चार माह अभी ठीक से बीता भी नहीं कि जगह-जगह पर दरार होने लगी और फटने लगी. इसे लेकर स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए विभाग से लेकर संवेदक तक की खिंचाई की. विभाग ने भी बात बिगड़ते देख सुबह होते ही उसमें कार्य को लगा दिया. वैसे भी सड़क की देखरेख संवेदक को पांच वर्षों तक करनी है, जिसके लिए भी सरकार ने चार लाख चौहत्तर हजार नौ सौ साठ रुपये दिया है. वहीं, इसकी गुणवत्ता की जांच के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर ग्रामीणों ने आवाज उठायी है. दरअसल, इस सड़क से दूर-दराज से भी लोग सूर्य मंदिर पर दर्शन के लिए आवाजाही करते हैं और यह काफी चर्चित पथ है, जिसे लोग मंदिर के साथ-साथ सोन नदी पर घूमने के लिए भी प्रतिदिन इस्तेमाल करते हैं. # क्या कहते हैं लोग –सड़क की गुणवत्ता बहुत ही घटिया है, इसकी जांच होनी चाहिए. सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसमें जो थूक पॉलिश हो रहा है, इससे इसकी दशा नहीं सुधर सकती. जयप्रकाश ठाकुर, समाजसेवी, समहुता –यह पथ काफी मशहूर है, इससे लोग सूर्य मंदिर से लेकर सोन नदी तक आवागमन करते हैं. इसकी जांच हो और इसे दोबारा ढंग से बनाया जाए. मैं सरकार से ही आग्रह करता हूं कि इस पर संज्ञान लिया जाये. रिंकू सिंह, मजदूर नेता, कल्याणपुर –मेरा घर सड़क के बगल के ही कॉलोनी में है. सड़क की गुणवत्ता बिल्कुल ठीक नहीं है. इसकी जांच हो और दोबारा इसे ढंग से बनाया जाए, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कत ना हो. राकेश कुमार , ग्रामीण कल्याणपुर, बंजारी # क्या कहते हैं बीडीसी मैंने इस पथ को लेकर शुरू में भी आवाज उठाया था. लोग मेरी बात को नहीं सुने मुझे अफसोस है. आज उसी का नतीजा है कि सड़क जर्जर हो गयी और ना बनते देरी न बिगड़ने देरी, आज उसकी मरम्मत हो रही है. दीपक कुमार, बीडीसी, समहुता पंचायत # क्या कहते हैं आधिकारी:- पथ के अगल बगल लोगों ने ज़मीन नहीं दी, जिसकी वजह से फ्लैक नहीं बन पाया और बारिश से अगल बगल की मिट्टी बह गयी. इससे सड़क में दरार आ गयी, इसकी पांच वर्षों तक देखरख की जायेगी, किसी को कोई दिक्कत नहीं आने दिया जायेगा. शंकर कुमार, कनीय अभियंता, पथ निर्माण, डेहरी
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