सासाराम कार्यालय. शिक्षा विभाग में अनुकंपा के आधार पर लिपिक व परिचारी के पदों पर बहाली के लिए रिक्त पदों की संख्या का खुलासा नियुक्ति पत्र वितरण की तिथि से एक दिन पहले मंगलवार को हुई, जब डीएम के यहां बैठक हुई. इस बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने लिपिक के 205 और परिचारी के 114 पद रिक्त होने की सूचना दी. इस सूचना को डीपीआरओ आशिष रंजन ने प्रभात खबर से साझा किया. सवाल यह उठता है कि रिक्त पदों की संख्या का पहले खुलासा शिक्षा विभाग ने क्यों नहीं किया? इसके पीछे का कारण वही पुरानी परंपरा है, जिसके तहत अधिकांश बहालियों के समय दलाल उसे ही टारगेट करते हैं, जिसकी बहाली होनी तय होती है. गौरतलब है कि रोहतास जिले में अनुकंपा पर बहाली के लिए लिपिक के पदों के लिए 171 और परिचारी के पद के लिए मात्र 17 ने अपनी काउंसेलिंग करायी है. अब जब रिक्त पदों का खुलासा हुआ, तो कई अभ्यर्थी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं. इधर, डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में एक बार काउंसेलिंग करा चुके अभ्यर्थियों के फाइलों की जांच करने का निर्णय लिया गया. इस संबंध में डीइओ मदन राय ने बताया कि बैठक में एडीएम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठन करने का निर्देश मिला है. यह कमेटी अनुकंपा अभ्यर्थियों की फाइलों की जांच करेगी. इसके बाद छह अगस्त की निर्धारित तिथि टलने के बाद जब राज्य मुख्यालय नयी तिथि तय करेगा, तो नियुक्त पत्र वितरित किया जायेगा. ज्ञात हो कि जिले के शिक्षा विभाग में मृत शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के आश्रितों को 2016 से अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति नहीं हुई है. इस चुनावी मौसम में इन आश्रितों में उम्मीद जगी थी कि इस वर्ष नौकरी मिल जायेगी. लेकिन देखना है कब इन आश्रितों को नौकरी मिलती है.
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