तन-मन के त्रिवेणी संगम का पर्व. एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य थीम पर आयोजन21 जून को योग दिवस पर सभी स्कूलों में बच्चों की अनिवार्य भागीदारी
योग केवल व्यायाम नहीं, संपूर्ण जीवन दर्शन है
योग के आठ अंग यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि जीवन को संतुलित और सार्थक बनाने की वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक प्रणाली हैं. अंतरराष्ट्रीय योग खिलाड़ी नवल किशोर सिंह का कहना है, योग केवल शरीर को लचीला और स्वस्थ नहीं बनाता, यह आत्मबल का स्रोत है. यह व्यक्ति को मानसिक स्थिरता, आत्म-विश्वास और भावनात्मक संतुलन प्रदान करता है. उन्होंने युवाओं से अपील की कि डिजिटल युग की व्यस्तता में योग ही ऐसा साधन है जो भीतर की ओर लौटने की शक्ति देता है.स्वास्थ्य ही नहीं, मानसिक शांति भी देता है योग
हर आयु वर्ग के लिए लाभकारी है योग
अंतरराष्ट्रीय योग खिलाड़ी कहते हैं कि योग किसी एक वर्ग, उम्र या लिंग की सीमा में नहीं बंधा. बच्चे, युवा, महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक सभी के लिए यह समान रूप से लाभकारी है. नियमित योगाभ्यास से न केवल जीवन में ऊर्जा और अनुशासन आता है, बल्कि मानसिक स्पष्टता और आत्म-चेतना भी विकसित होती है. आज की तेज रफ्तार दुनिया में योग आत्ममंथन और आत्म निर्माण का सशक्त माध्यम बन चुका है. जब समाज असंतुलन और अशांति के दौर से गुजर रहा हो, तब योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि चेतना का विस्तार है. यह हमें हमारी जड़ों से जोड़ता है और जीवन को अनुशासित करता है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल तिथि नहीं, बल्कि आत्म-स्वास्थ्य का व्रत बन जाए, यही इसकी सार्थकता होगी. आइए, इस योग दिवस पर हम यह संकल्प लें कि योग को केवल एक दिन तक सीमित न रखें, बल्कि इसे अपनी दिनचर्या में स्थान दें. क्योंकि योग ही है, जो तन, मन और समाज तीनों को एक डोर में पिरोता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
संबंधित खबर
Sasaram News : सासाराम में चार कर्मचारियों ने टैक्स और इ-चालान के 2.20 करोड़ डकारे
Sasaram News : खंडहर में तब्दील हो रहा है भारतीय क्रिकेट आकाशदीप के सपनों का मैदान
Sasaram News : जमाबंदी रैयत की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारियों का रिकॉर्ड में जुड़ेगा नाम
Sasaram News : रोहतास महिला कॉलेज में स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम शुरू