Bihar News: बिहार-नेपाल सीमा से सटे इलाकों में फर्जी डॉक्टरों और अवैध क्लिनिकों का जाल बिछा है. जिले के बेला थाना क्षेत्र के भीसवा बाजार में एक और अवैध क्लिनिक को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सील कर दिया. पिछले 10 दिनों में यह चौथी कार्रवाई है, जिसने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
शटर गिराकर भागे संचालक, एक रंगे हाथ पकड़ा गया
स्वास्थ्य विभाग की टीम जब परिहार सीएचसी प्रभारी डॉ. मनोज कुमार के नेतृत्व में जांच के लिए भीसवा पहुंची, तो कई क्लिनिक संचालक शटर गिराकर फरार हो गए. लेकिन ‘भीसवा हॉस्पिटल’ के संचालक को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। उससे न डिग्री का प्रमाण मिला, न रजिस्ट्रेशन का कोई कागजात. टीम ने मौके पर ही क्लिनिक को सील कर दिया.
बॉर्डर एरिया बना कमाई का अड्डा, नेपाल से भी आते हैं मरीज
जानकारों का कहना है कि बॉर्डर एरिया में अधिकारियों की नजरें कम पड़ती हैं, इसलिए वहां अवैध क्लिनिकों की भरमार है. भारतीय गांवों के साथ-साथ नेपाल से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं, जिससे इन फर्जी क्लिनिकों की मोटी कमाई होती है. बिना डिग्री वाले झोला छाप डॉक्टर इलाज और ऑपरेशन तक कर रहे हैं.
तीन दिन पहले भी सीतामढ़ी शहर में बड़ी कार्रवाई
तीन दिन पहले ही जनक नंदिनी नर्सिंग होम को भी सील किया गया था. वहां भी डॉक्टर डिग्री या रजिस्ट्रेशन से जुड़े किसी दस्तावेज को साबित नहीं कर सका. इससे पहले ‘राज हॉस्पिटल’ परिहार में भी छापा पड़ा था. लगातार हो रही इन कार्रवाइयों ने जिले में चल रहे फर्जी मेडिकल कारोबार की पोल खोल दी है.
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