सीतामढ़ी. बज्जिका भाषा संयुक्त संघर्ष समिति के केंद्रीय समिति की बैठक रविवार को नगर के बरियारपुर रोड स्थित एक होटल के सभागार में हुई. इसकी अध्यक्षता अध्यक्ष संजय वर्मा ने किया. बैठक में सर्वसम्मति से आठ सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया. इस बैठक में 14 सितंबर 2025 को हिंदी दिवस के अवसर पर पटना में राज्य स्तरीय बज्जिका आंदोलनकारी सम्मेलन करने का निर्णय लिया गया. जिसमें बताया गया कि इसमें देश के विभिन्न हिस्सों में रहनेवाले बज्जिका भाषा के विकास के लिए संघर्ष करने वाले बज्जिका भाषा आंदोलनकारी साथी भाग लेंगे. यह भी बताया गया कि केंद्रीय समिति के महासचिव और संगठन सचिव गण को जिला के प्रभारी पर्यवेक्षक के रुप में प्रभार दिया जायेगा. 22 जून को बज्जिकांचल के सभी जिला मुख्यालयों में जिला कार्यकारिणी समिति की बैठक का आयोजन किया जायेगा. 25 जून से 15 जुलाई 2025 तक जिला में हस्ताक्षर अभियान चलाकर 1001 व्यक्ति से हस्ताक्षर कराकर बज्जिका भाषा को संविधान के अष्टम अनुसूची में शामिल करने और जनगणना में बज्जिका भाषा का कोड निर्धारित करने के लिए लोकसभा में प्रश्न पूछने और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए सभी स्थानीय सांसद को ज्ञापन सौंपने की बात कही गयी. वहीं, बज्जिका भाषा अकादमी गठित करने के लिए प्रतिनिधिमंडल मिलकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने, बिहार विधानसभा के वर्षाकालीन सत्र चलने पर गर्दनीबाग, पटना में दो दिवसीय धरना आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. केंद्रीय समिति की बैठक को वरिष्ठ उपाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, प्रधान महासचिव राजीव रंजन, संगठन समन्वयक अखौरी चंद्रशेखर समेत अन्य लोगों ने संबोधित किया. इस मौके पर जिलाध्यक्ष राम किशोर सिंह चकवा, अजय सिंह, सोनू सिंह, देवेंद्र प्रसाद सिंह फौजी, जलंधर यदुवंशी, रामबाबू ठाकुर, संतोष सिंह, प्रभाकर कुमार, जितेंद्र राय, राम बालक चौबे समेत अन्य कई लोग मौजूद रहे.
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