डुमरा. सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना जीविका महिलाओं के विकास, सशक्तिकरण व आर्थिक उन्नति का आधार बन गया है. शहर स्थित एक होटल के सभागार में बुधवार को एसबीआई के क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय मधुबनी के तत्वाधान आयोजित ऋण वितरण शिविर का शुभारंभ डीजीएम प्रफुल्ल कुमार झा, डीजीएम (एजी) एसएन ठाकुर, आरएम नवनीत कुमार व डीपीएम जीविका उमाशंकर भगत ने जीविका दीदियों के साथ संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. डीजीएम ने कहा कि जानकी की यह भूमि नारी सशक्तिकरण का केंद्र है. यहां के जीविका समूह का कार्य आत्मनिर्भरता के साथ-साथ आर्थिक उन्नति के क्षेत्र में भी अव्वल है. उन्होंने जीविका दीदियों से कहा कि आर्थिक उन्नति के साथ-साथ परिवार में बच्चों के शिक्षा को भी प्राथमिकता दें. साथ हीं भविष्य को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से बीमा भी अवश्य कराएं. यह राशि जो दिया जा रहा है, उसे बेहतर प्लानिंग के साथ व्यवसाय में लगाए व उन्नति करें. डीजीएम ने जीविका दीदियों को सुझाव दिया कि लक्ष्य को हमेशा आगे बढ़ाते रहे. इस शिविर में 412 समूहों के बीच आठ करोड़ ऋण राशि वितरित किए गए. मुख्य प्रबंधक (क्रेडिट) कुंदन कुमार ने बताया कि जीविका समूहों के मांग के अनुरूप विभिन्न आजीविका गतिविधियों के लिए ऋण की राशि उपलब्ध कराई गई है. इसके तहत जीविका समूहों के द्वारा डेयरी, कृषि, सिलाई-कटाई, छोटे व्यवसाय व पशुपालन समेत अन्य कार्य किए जाएंगे. बताते चले कि जिले में ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के करीब 4.67 लाख महिलाएं 38 हजार 865 स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर जीविका दीदी के रूप में आर्थिक विकास के नए-नए आयाम स्थापित कर रही हैं.
संबंधित खबर
और खबरें