
प्रतिनिधि,सीवान. सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को चेतना सत्र के दौरान डिजिटल जानकारी दी जायेगी.शिक्षकों द्वारा उन्हें डिजिटल नागरिक बनने की सीख दी जाएगी.इसके लिए एनसीइआरटी के निदेशक ने डीइओ को निर्देश दिया है. निर्देश में कहा गया है कि छात्रों को सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव,मोबाइल के अधिक उपयोग से होने वाले नुकसान और डिजिटल साधनों के समझदारी से उपयोग के लिए जागरूक किया जाएगा.साथ छात्रों को किताब पढ़ने के लिए प्रेरित किया जायेगा.एससीइआरटी ने डीईओ व डीपीओ समग्र शिक्षा को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि यह पंपलेट जिले के सभी स्कूलों में छात्रों व शिक्षकों के बीच वितरित किए जाय. विभाग का मानना है कि डिजिटल युग में बच्चों को तकनीक का सकारात्मक उपयोग सिखाना जरूरी है. राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने इसके लिए एक विशेष पंपलेट तैयार कराया है.यह पंपलेट छात्रों को सोशल मीडिया के खतरों से अवगत कराता है और जिम्मेदारी से उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है. डीइओ रजनीश कुमार झा ने बताया कि प्रार्थना सभा में सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान को बताया जाएगा.एनसीईआरटी द्वारा जारी इस प्रेरक पंपलेट में शिक्षकों व अभिभावकों से यह अपेक्षा की गई है कि वे बच्चों को शारीरिक गतिविधियों के महत्व को समझने के लिए प्रेरित करें. इससे वे सोशल मीडिया की लत से बचकर संतुलित जीवन जी सकेंगे. पंपलेट में छात्रों को कई सुझाव दिए गए है. सोशल मीडिया का उपयोग करते समय उन्हें पढ़ाई और अन्य जरूरी कामों के लिए समय तय करना चाहिए।.पोस्ट की गई जानकारी की सत्यता की जांच करनी चाहिए.किसी भी ऑनलाइन षड्यंत्र या दुर्व्यवहार से बचना चाहिए. सोशल मीडिया का उपयोग करते समय माता-पिता या शिक्षकों से मार्गदर्शन लेना चाहिए.
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