प्रतिनिधि ,सीवान.राज्य में खसरा और रूबेला जैसी संक्रामक बीमारियों को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने एक विशेष टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है.इस अभियान के अंतर्गत व्यापक सर्वेक्षण किया जा रहा है, जिसमें उन बच्चों की पहचान की जा रही है जो अब तक नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए हैं.राज्य सरकार पूर्ण टीकाकरण के शत् प्रतिशत आच्छादन एवं वर्ष 2026 तक खसरा रूबैला रोग के पूर्ण उन्मूलन हेतु निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु कृत्त संकल्पित है. नौ माह से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का सर्वे कराकर एमआर-1,एमआर-2. जेई-1 एवं जेई-2 के साथ साथ अन्य टीकों से वंचित छूटे बच्चों के टीकाकरण की स्थिति का आकलन कर सभी लक्षित लाभार्थियों का टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया जा रहा है.जिले में प्रतिमाह लगभग 8257 बच्चों को खसरा रुबेला एवं जेइ का टीका लगाने का लक्ष्य विभाग द्वारा रखा गया है.स्वास्थ्य कार्यकर्ता डिजिटल उपकरणों और फॉर्म के माध्यम से घरों में जाकर यह जानकारी जुटा रहे हैं कि किस बच्चे को कौन-कौन से टीके लगे हैं और कौन टीकों से वंचित है. सर्वे के बाद विशेष टीकाकरण शिविरों के माध्यम से उन बच्चों को टीके लगाये जायेंगे जो छूट गए हैं. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि यह अभियान बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि खसरा और रूबेला दोनों ही बीमारियां बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं. हमने ऐसे हर बच्चे को चिह्नित करने का लक्ष्य रखा है जिसे अब तक टीका नहीं लगाया गया है. जापानी इंसेफेलाइटिस को भी किया गया है अभियान में शामिल खसरा-रूबैला के साथ-साथ इस अभियान के अंतर्गत जापानी इंसेफेलाइटिस को भी ध्यान में रखा जा रहा है..स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे अपने बच्चों की जानकारी सर्वे टीम को अवश्य दें और यदि कोई बच्चा टीकाकरण से वंचित है, तो उसे नजदीकी टीकाकरण केंद्र या विशेष शिविर में ले जाकर टीका जरूर लगवायें
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