लोगों में नाराजगी
रेलवे ने जानकारी दी है कि यह विशेष ट्रेन त्योहारों के समय यात्रियों की भीड़ को देखते हुए चलाई जा रही है. आनंद विहार से पटना जाने वाली ट्रेन (04090) 8 अगस्त से 7 नवंबर तक हर दिन चलेगी. वहीं पटना से आनंद विहार जाने वाली ट्रेन (04089) 9 अगस्त से 8 नवंबर तक रोजाना चलेगी. यानी यह सेवा करीब तीन महीने तक उपलब्ध रहेगी.
हालांकि, इस ट्रेन का ठहराव दिघवारा जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन पर नहीं होने से स्थानीय लोग नाराज हैं. उनका कहना है कि दिघवारा स्टेशन से आसपास के कई प्रखंडों के लोग यात्रा करते हैं. यह इलाका धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. ऐसे में यहां ट्रेन नहीं रुकने से बड़ी संख्या में यात्रियों को परेशानी होगी.
फैसले पर उठ रहा सवाल
स्थानीय निवासी रमेश वैश्य, राजेश कुमार सिंह, अमर प्रसाद, संजीव कुमार साह, रौशन मिश्रा और सरोज कुमार ने इस फैसले पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि जब इस ट्रेन का ठहराव बलिया, सहतवातर और सुरेमनपुर जैसे छोटे स्टेशनों पर है तो फिर दिघवारा को नजरअंदाज क्यों किया गया?
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सांसद से उम्मीद लगाए बैठे हैं लोग
लोगों ने कहा कि दिघवारा में ठहराव होने से न सिर्फ यात्रियों को सुविधा मिलती, बल्कि रेलवे को भी कमाई में इजाफा होता. अब लोग सांसद राजीव प्रताप रूडी से उम्मीद लगाए बैठे हैं. उन्होंने सांसद से अपील की है कि वे इस मुद्दे पर खुद पहल करें और रेलवे मंत्रालय से बात कर दिघवारा में ट्रेन का स्टॉपेज दिलवाएं.
यात्रियों को भरोसा है कि यदि यह मांग सांसद के जरिए रेलवे तक पहुंचती है तो स्टेशन पर ट्रेन के ठहराव की स्वीकृति मिल सकती है. फिलहाल लोग इस फैसले से नाराज हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द कोई सकारात्मक पहल होगी.
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