सीवान. गुरुवार को थैलेसीमिया दिवस पर सदर अस्पताल परिसर स्थित रक्त केंद्र में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में लगभग 25 रक्तवीरों ने रक्तदान किया.
पुरुषों को तीन महीने व महिलाओं को चार महीने पर करना चाहिए रक्तदान
रक्त केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ अनूप कुमार दुबे ने रक्तदान करने आये युवाओं से कहा कि थैलेसीमिया से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में रक्ताल्पता या एनीमिया की शिकायत हमेशा रहती है. क्योंकि शरीर में पीलापन, थकावट एवं कमजोरी का एहसास होना इसके मुख्य लक्षण होते हैं. हालांकि समय रहते इसका उपचार नहीं किया गया, तो बीटा थैलेसीमिया के मरीज के शरीर में खून के थक्के जमा होने लगते हैं. उन्होंने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि रक्तदान करने से किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है. बल्कि पुरुष वर्ग को तीन महीने जबकि महिलाओं को प्रत्येक चार महीने के अंतराल पर अनिवार्य रूप से रक्तदान करना चाहिए, ताकि शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ्य रहने में सक्षम रह सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है