प्रतिनिधि,सीवान. बुधवार को तीखी धूप व उमसभरी गर्मी ने बुधवार को अपना तेवर दिखाया.गर्मी से इंसान सहित पशु पक्षी परेशान दिखे.धूप, और उमस के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया.कृषि विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जून माह में 134 एमएम वर्षा होती है.लेकिन इस साल जून माह में मौसम ने साथ नही दिया है.जून के तीसरा सप्ताह चल रहा है.वही वर्षा नाममात्र ही हुई है. सरयू ,झरही व दाहा नदी अलावा मैदानी भाग के तालाब,पोखरा व सहायक छोटी नदियों में पानी नहीं है. ऊपर से तन झुलसा देने वाली गर्मी इतनी बढ़ गई है कि आसपास के पोखरे और तालाब सूखने के कगार पर हैं.कुआं व हैंड पंप का जलस्तर भी काफी नीचे चला गया है.लोगों को पेयजल के लिए मुख्य रूप से अपने घरों के आसपास हैंडपंप या सबमर्सिबल पंप पर निर्भर रहना पड़ रहा है.ग्रामीण इलाकों में किसानों के लिए मवेशी बड़ी पूंजी के समान है. ऐसे में मवेशियों का भोजन, पानी, मवेशी को नहलाने, धुलाने में परेशानी बढ़ गई है. बारिश नहीं होने से पशुओं के सामने हरा चारे की समस्या है, तो नहरों के सूख जाने से सिंचाई तो दूर, घुमंतू मवेशियों के लिए पीने की पानी तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. इस बढ़ते तापमान में बिजली की लचर व्यवस्था से ग्रामीण परेशान है. सुबह शाम राहत,दिन में सतायेगी गर्मी मंगलवार को अधिकतम तापमान 36 व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.इस दौरान आर्द्रता 45 फीसदी रही.आर्द्रता के चलते 41 डिग्री सेल्सियस की गर्मी महसूस की गई.मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक फिलहाल उमस भरी गर्मी से निजात नही मिलने वाली है.आने वाले दिनों में तापमान में कमी होने वाला है.वही आर्द्रता में इजाफा होगा.जिससे लोगों को सुबह शाम राहत मिलेगी.जबकि दिन में तीखी धूप व उमस सतायेगी.मौसम के जानकार डॉ. मनोज कुमार गिरी ने बताया कि जिले में मॉनसून की इंट्री हो सकती है.बारिश होने की उम्मीद है.बारिश के बाद पुरवा हवा का प्रवाह होगा.गर्म हवा नही चलेगी.लोगों को उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा. भीषण गर्मी यात्री बेहाल बस अड्डा व रेलवे स्टेशन पर दोपहर के समय सुनसान नजर आ रहा है. यात्री मुंह पर कपड़ा व हाथ में पानी की बोतल लेकर सफर करने का मजबूर हैं. लोगों का कहना है कि इस बार भीषण गर्मी के कारण सफर करने में भी दिक्कत आ रही है.गर्मी के कारण बाजार व सडक़ें सुनसान दिखाई दे रही हैं.गर्मी में सडक़ों पर इक्का-दुक्का वाहन ही नजर आ रहे है. दो फूट नीचे गिरा भूजल स्तर प्रचंड गर्मी के साथ भूजल स्तर भी गिर रहा है.विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिला का औसत भूजल स्तर 10-12 फूट है.वही कई प्रखंड में यह स्तर 13-14 फूट तक पहुंच गया है.दरौली व हसनपुरा का जलस्तर दो फूट नीचे चला गया है.वही रघुनाथपुर,गोरेयाकोठी,गुठनी,हुसैनगंज के भूजल स्तर में एक से डेढ़ फीट की गिरावट आई है.अन्य प्रखंडो का भूजल स्तर सामान्य है.
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