प्रतिनिधि, महाराजगंज. शहर के काजी बाजार में गुरुवार को देर शाम तलवार व अन्य धारदार हथियार हुए हमले में दो सगे भाइयों में एक की मौत हो गयी, जबकि दूसरा भाई गोरखपुर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में अभी भी जीवन व मौत से जुझ रहा है. हत्या की घटना में पांच लोगों को नामजद किया गया है. घटना के पीछे दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश बतायी जा रही है.जिसमें दो वर्ष पूर्व दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की हत्या हुई थी. घटना के संबंध में बताया जाता है कि गुरुवार की करीब रात्रि आठ बजे पुरानी बाजार निवासी स्व.कन्हैया पटवा के पुत्र रितेश पटवा एवं विकास पटवा अपनी दुकान पर बैठे थे तभी कुछ लोग तलवार,फरसा से लैस होकर दोनों भाईयों पर हमला कर दिये. जिससे दोनों भाई दुकान में ही जख्मी हो तड़पने लगे.अभी अगल -बगल के दुकानदार कुछ समझ पाते उसके पहले तीन की संख्या में आये हमलावर वहां से भाग गये. दुकानदारों ने दोनों भाइयों को महाराजगंज पीएचसी ले गये जहां चिकित्सकों ने दोनों की स्थिति नाजुक देखते हुए सीवान रेफर कर दिया.सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में रितेश पटवा(35) की मौत हो गई. वहीं विकास पटवा (40) को सीवान से गोरखपुर रेफर कर दिया गया.जहां गोरखपुर में एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.रितेश पटवा के मौत के बाद प्रशासन ने पोस्टमार्टम कराकर परिजनो को शव सौंप दिया है.घटना की सुचना मिलते ही एसडीपीओ राकेश कुमार रंजन पुलिस बल के साथ घटनास्थल काजी बाजार व पीएचसी में पहुंचकर घटना की जानकारी ली. इधर देर रात एसपी अमितेश कुमार महाराजगंज पहुंचे.एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली.साथ ही एसडीपीओ को शीघ्र ही आरोपी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. शुक्रवार को एफएलसी की टीम काजी बाजार घटनास्थल पर पहुंचकर वहां से खुन का सैंपल एवं सामान को जब्त कर अपने साथ लेकर गई. वर्ष 2023 में ही लिख दी गई थी घटना की पटकथा पुरानी बाजार निवासी स्व कन्हैया पटवा ने काजी बाजार ऊन की दुकान खोली थी.उनकी मृत्यु के बाद उनके बड़े पुत्र मुन्ना पटवा दुकान चलाने लगे.उनके साथ उसका छोटा भाई अभिषेक पटवा भी दुकान पर बैठता था. 2023 में उसके पड़ोसी धर्मेन्द्र पटवा के परिवार से बहारन फेंकने व नाले का पानी बहाने को लेकर विवाद हो गया.दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई जिसमें धर्मेन्द्र पटवा की मौत हो गई. जिसमें मुन्ना पटवा, अभिषेक पटवा,विकास पटवा, रितेश पटवा को नामजद अभियुक्त बनाया गया.चारों भाईयों को जेल हो गई.2024 में रीतेश व विकास पटवा जमानत पर बाहर निकले. वहीं मुन्ना पटवा व अभिषेक पटवा अभी भी जेल में हैं. रीतेश व विकास पटवा जब जमानत पर घर आये तो धर्मेन्द्र का परिवार झगड़ा करने पर उतारू हो गये.जब वे दोनों भाई दुकान खोलने गये तो वहां भी पहुंचकर मारपीट करने पर उतारू हो गये. सुचना मिलते ही पुलिस ने पहुंचकर दूकान खुलवाया था.उनके डर से अपना निजी घर रहने के बावजूद दोनों भाई अपनी विधवा मां के साथ चेतना पुरी में किराये के मकान में रहते हैं.इधर रीतेश व विकास की मां ने कहा कि ओमप्रकाश पटवा का बेटा कृष्णा,लखी,पिटु, संजीव, जितेन्द्र पटवा ने पहले से ही मेरे पुत्र की हत्या कि योजना बना चुके थे और कई बार मेरे घर के आसपास घुमते देखें गए थे.पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. बोले एसडीपीओ पुरानी रंजिश को लेकर दो युवकों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया.जिसमे रितेश पटवा की मौत इलाज के दौरान हो गई है,दुसरा युवक गंभीर रूप से घायल हैं,जिसको इलाज के लिए गोरखपुर रेफर किया गया है.इधर पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है. राकेश कुमार रंजन, एसडीपीओ
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