जदिया कोरियापट्टी पूरब पंचायत स्थित उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय राजगांव में चल रहे भवन र्निमाण कार्य को लेकर भारी अनियमितताओं का आरोप सामने आया है. पराशर रिमॉडलिंग एंड कॉन्ट्रेक्शन प्राइवेट लिमिटेड सहरसा द्वारा दो करोड़ ग्यारह लाख बारह हजार सात सौ एक रुपये की लागत से हो रहे इस कार्य में घटिया ईट, बालू, मिट्टी युक्त गिट्टी और निम्न गुणवत्ता के सीमेंट के उपयोग की बात सामने आई है. इस अनियमितता के खिलाफ स्थानीय मुखिया राजेश कुमार, सरपंच संतोष कुमार, उप मुखिया संजीव कुमार, विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष नागेश्वर यादव समेत कई जनप्रतिनिधियों ने विरोध दर्ज कराया है. उनका आरोप है कि ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य में गुणवत्ता मानकों की अनदेखी की जा रही है. जिससे सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है. भविष्य में विद्यार्थियों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है. जनप्रतिनिधियों ने इस संबंध में कनीय अभियंता (जेई) से दूरभाष पर शिकायत की है. जेई ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया कि निर्माण कार्य की जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी. वहीं स्थानीय ग्रामीण और अभिभावकों ने भी इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि निर्माण कार्य में पारदर्शिता लाई जाए और दोषी ठेकेदार व अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो. ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही की पुनरावृत्ति न हो. इसी क्रम में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सुशील कुमार ने भी बताया कि एजेंसी के मुंशी को कई बार घटिया सामग्री की शिकायत दी गई, लेकिन ठेकेदार कोई ध्यान नहीं देता. इस मामले ने शिक्षा क्षेत्र में हो रही लापरवाही पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब देखना है कि प्रशासन इस पर कितना संज्ञान लेता है. वास्तविक कार्रवाई होती है या नहीं…
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