हिंदू कालेज में दीपावली मेले की धूम, प्रो श्रीवास्तव ने कहा-भाईचारा सिखाते हैं त्योहार

Diwali 2024 : भारतीय लोक जीवन में ऐसे मेलों और उत्सवों का अत्यधिक महत्व है. इनसे सामूहिकता का भाव पैदा होता है और हम अनुशासन भी सीखते हैं. प्रो श्रीवास्तव ने कहा कि सुरुचि में हस्तशिल्प तथा लघु उद्योगों के स्टाल भारतीय लोक परंपराओं का संरक्षण करने में भी अपना योगदान करेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2024 9:42 PM
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Diwali 2024: मेले और उत्सव हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं जो हमारे भीतर उत्साह का संचार करते हैं और भाईचारा सिखाते हैं. हिंदू कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के एक दिवसीय दीपावली मेले सुरुचि का उद्घाटन करते हुए प्राचार्य प्रो अंजू श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय लोक जीवन में ऐसे मेलों और उत्सवों का अत्यधिक महत्व है. इनसे सामूहिकता का भाव पैदा होता है और हम अनुशासन भी सीखते हैं. प्रो श्रीवास्तव ने कहा कि सुरुचि में हस्तशिल्प तथा लघु उद्योगों के स्टाल भारतीय लोक परंपराओं का संरक्षण करने में भी अपना योगदान करेंगे.

उत्सव से सामाजिकता का विकास होता है

उद्घाटन सत्र में हिंदी विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो रामेश्वर राय ने कहा कि युवाओं में उत्सवों और त्योहारों का अधिक आकर्षण होता है जिनसे सामाजिकता की भावना का भी विकास होता है. राष्ट्रीय सेवा योजना की विद्यार्थी अध्यक्ष नेहा यादव ने मेले में लगे स्टाल की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पंजीकरण में दिल्ली के सभी महाविद्यालयों के लगभग पांच हजार विद्यार्थियों ने मेले में भागीदारी का पत्र लिया है. कोषाध्यक्ष निशांत ने प्राचार्य तथा आदित्य राज भट्ट ने अन्य शिक्षकों का स्वागत किया. राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डाॅ पल्लव ने सुरुचि अब दिल्ली विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक कैलेंडर में अपनी जगह बना चुका है. अनुशासन तथा गरिमा के साथ हजारों विद्यार्थियों की भागीदारी सुरुचि की विशेषता है. उद्घाटन समारोह में हिंदी विभाग के प्रो बिमलेंदु तीर्थंकर और डा नीलम सिंह तथा समाजशास्त्र विभाग की प्रो अचला टंडन ने भी विचार व्यक्त किए.

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