Viral Video : ले लिया मोदी ने दूसरा जन्म! अरविंद केजरीवाल की भविष्वाणी हुई तहस-नहस
Viral Video : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप की बड़ी हार हुई. इस बीच अरविंद केजरीवाल का पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. देखें क्या है वीडियो में.
By Amitabh Kumar | February 9, 2025 9:12 AM
Viral Video : दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) की बड़ी हार हुई. इस बीच, अरविंद केजरीवाल का नवंबर 2023 का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वे कहते नजर आ रहे हैं कि आम आदमी पार्टी को हराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को दूसरा जन्म लेना पड़ेगा. इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग कमेंट कर रहे हैं कि मोदी ने दूसरा जन्म ले लिया है. यही नहीं केजरीवाल कहते नजर आए थे कि 2050 तक आप को दिल्ली से कोई नहीं हटा सकता है. देखें वीडियो
बीजेपी ने 26 वर्षों से अधिक के अंतराल के बाद दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ की कठिन चुनौती को पटखनी दी. बीजेपी ने सत्ता हासिल किया. दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए क्या कारगर रहा और ‘आप के खिलाफ क्या रहा, इसके बारे में जानते हैं.
देशभर के नेताओं-मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और एनडीए में शामिल दलों के साथ एक दिल्ली में वोट मांगते नजर आए.
आम आदमी पार्टी द्वारा दी गई मुफ्त सुविधाओं का मुकाबला ‘‘मोदी की गारंटी’’ से हुआ, जो वोटरों को पसंद आई.
आरएसएस और समान विचारधारा वाले संगठनों द्वारा जमीनी स्तर पर किया गया काम.
केंद्रीय बजट में इनकम टैक्स में राहत की घोषणा से मिडिल क्लास को लुभाया गया.
बीजेपी ने स्थानीय स्तर पर अभियान चलाकर सड़कों की खराब हालत, अनियमित जलापूर्ति, वायु प्रदूषण और मोहल्ला क्लीनिकों का संचालन नहीं होने जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को उजागर किया.
‘आप’ के खिलाफ क्या रहा?
भ्रष्टाचार के खिलाफ होने तथा सादगीपूर्ण जीवनशैली में विश्वास रखने के इसके वादों में की पोल बीजेपी ने खोली.
भ्रष्टाचार के आरोपों और शराब घोटाले के कारण ‘ब्रांड’ केजरीवाल का प्रभाव कम होता नजर आया. शराब घोटाले में उन्हें और उनके कई मंत्रियों को जेल जाना पड़ा.
दिल्ली सरकार के विभिन्न मुद्दों पर केंद्र के साथ लगातार टकराव होता दिखा.
नागरिक सुविधाओं की कमी और बेहतर स्वास्थ्य सेवा के अलावा शिक्षा के वादे को पूरा करने में कथित विफलता ने आप को नुकसान पहुंचाया.
कांग्रेस द्वारा कम से कम 14 सीट पर बेहतर प्रदर्शन किया गया. इसने ‘आप’ के मत प्रतिशत को कम कर दिया. इससे उसके उम्मीदवारों की हार हुई. कांग्रेस और ‘आप’ लोकसभा चुनाव एक साथ लड़े थे.