
बोकारो, बोकारो इस्पात कामगार यूनियन ने गुरुवार को इस्पात भवन के पास सेक्शन पर 21 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. सेल कर्मचारियों का आधा अधूरा वेज रिवीजन को पूरा कराने, ठेका श्रमिक व सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्या दूर करने संबंधित चेतावनी बीएसएल प्रबंधन को दिया. यूनियन महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि बोकारो स्टील प्लांट समेत सेल कर्मचारियों का वेज रिवीजन आ वर्ष से अधिक समय से लंबित है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है जबकि केंद्रीय कर्मचारियों के लिए आठवां वेतन आयोग की सिफारिश हो चुकी है.
श्री सिंह ने कहा कि देश के सभी पब्लिक सेक्टर का वेज रिवीजन पूरा हो चुका है, लेकिन सेल का रिवीजन पूरा नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. अक्तूबर-नवंबर 2024 को मुख्य श्रमायुक्त – भारत सरकार के साथ संपन्न वार्ता में प्रबंधन ने स्वीकारा था कि एनुअल परफॉर्मेंस लिंक इंसेंटिव के फार्मूला में सुधार किया जायेगा. लेकिन, मुख्य श्रम आयुक्त नयी दिल्ली की अनुशंसा के बावजूद भी द्विपक्षीय वार्ता नहीं बुलाना, 39 माह का एरियर भुगतान नहीं करना, ग्रेच्युटी पर जबरन सिलिंग लगाना, औद्योगिक विवाद अधिनियम के विपरीत मजदूरों को अन्यत्र तबादला करना के कारण मजदूर में आक्रोश है.मिनिमम वेज मांगने पर ठेका श्रमिकों को बैठा दिया जाता है
यूनियन महामंत्री श्री सिंह ने कहा कि उत्पादन में संलग्न ठेका श्रमिकों को मिनिमम वेज मांगने पर काम से बैठा दिया जाता है. गेट पास को हथियार के रूप में ठेकेदार इस्तेमाल करते हैं. मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ जॉब की कोई गारंटी नही है. साथ-ही साथ सेवानिवृत्ति लाइसेंस धारी के लाइसेंस का भाड़ा का सवाल भी सालों से लंबित है. मौके पर सत्येंद्र कुमार, अबू नसर, डी मंडल, एसके निषाद, संजीव, मनोज कुमार, एम बिदनी, आईडी प्रसाद, एमपी सिंह, जितेंद्र शर्मा, आरआर दास , जानकी पासवान, प्राण सिंह, मोइन अंसारी, उदय प्रताप व अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है