नोवामुंडी. दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर मंगलवार को नोवामुंडी कॉलेज में शोकसभा का आयोजन किया गया. प्राचार्य डॉ मनोजीत विश्वास की अध्यक्षता में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. प्राचार्य डॉ विश्वास ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन जमीन से जुड़े नेता थे. उनके अथक प्रयासों के कारण ही झारखंड अस्तित्व में आया. वे जीवन भर आदिवासियों, दलितों और गरीबों के अधिकारों के लिए संघर्षरत रहे. इस अवसर पर प्रो साबिद हुसैन, डॉ मुकेश सिंह, दिवाकर गोप, राजकरण यादव, कुलजिंदर सिंह, नरेश पान, धनीराम राम महतो, संतोष पाठक, तन्मय मंडल, डॉ क्रांति प्रकाश, लक्ष्मी मोदक, हीरा चातोम्बा, सुमन चातोम्बा, प्रतिभा सोमकुंवर टीकाराम, मंजू लता, दयानिधि प्रधान, जगन्नाथ प्रधान, रामबहादुर चौधरी, गुरुचरण बलमुचू, अनिमेष बिरुली आदि उपस्थित थे.
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