चतरा. माता-पिता अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए निजी विद्यालय भेजते हैं ताकि वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें. लेकिन निजी विद्यालयों की मनमानी से अभिभावक परेशान हैं. नया सत्र के शुरू होते ही अभिभावकों की चिंता बढ़ गयी है. स्कूल प्रबंधन द्वारा बुक लिस्ट थमाकर अभिभावकों को एक निश्चित पुस्तक दुकान से किताबें खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है. इन दुकानों पर महंगी किताबें उपलब्ध करायी जा रही हैं, जिससे कमीशन का खेल स्पष्ट नजर आ रहा है. इसका खामियाजा गरीब अभिभावकों को उठाना पड़ रहा है. कई अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है. निजी स्कूल प्रबंधन किताबों के साथ-साथ नोटबुक और स्टेशनरी भी एक ही दुकान से खरीदने की अनिवार्यता थोप रहे हैं. शहर की कुछ दुकानें सुबह से शाम तक भीड़ से भरी रहती हैं. अभिभावकों ने उपायुक्त रमेश घोलप से निजी विद्यालयों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है.
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