जायजा . प्रमंडलीय आयुक्त की गठित जांच टीम चतरा के गिद्धौर पहुंची गिद्धौर. प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा गठित जांच टीम शुक्रवार को प्रखंड के इचाक गांव में संचालित राजश्री कंस्ट्रक्शन पत्थर माइंस की जांच करने पहुंची. टीम में आयुक्त के सचिव बासुदेव प्रसाद, उप निदेशक गोपाल दास, सदस्य डॉ सुदीप कुमार के साथ बरही के पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला शामिल थे. इस दौरान पत्थर माइंस की स्थिति का निरीक्षण किया. माइंस संचालित स्थल के रैयतों से पूछताछ की, जिस पर रैयत व ग्रामीणों ने अपना विरोध दर्ज कराया. माइंस संचालक पर दबंगई, मारपीट करने, माइंस स्थल पर फायरिंग कर लोगों में दहशत फैलाने समेत अन्य आरोप लगाये. जांच के बाद टीम के सदस्यों ने रैयत व ग्रामीणों के साथ बैठक की. बैठक में ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत हुए. ग्रामीणों ने बताया कि माइंस का शुरू से विरोध करते आ रहे हैं, लेकिन संचालक द्वारा मारपीट कर डराने का प्रयास किया जाता है. संचालकों ने यहां बाहर से दबंगों को बुलाया, जिन्होंने घर में घुस कर महिला, पुरुष व युवक-युवतियों के साथ मारपीट की है. दहशत फैलाने के उद्देश्य से यहां फायरिंग भी की गयी है, जिससे हम ग्रामीण काफी सहम गये. इसकी शिकायत उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, एसडीओ, सीओ व थाना प्रभारी से की, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया. जांच टीम ने सीओ अनंत सयनम विश्वकर्मा को माइंस स्थल की जांच रिपोर्ट जल्द देने का निर्देश दिया, ताकि आयुक्त को जांच रिपोर्ट सौंपी जा सके. मालूम हो कि यहां के ग्रामीणों व रैयतों ने अपनी समस्याओं से पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला को अवगत कराया था. रैयतों की शिकायत पर पूर्व विधायक ने हजारीबाग आयुक्त को आवेदन देकर मामले की जांच कराने की मांग की थी. मौके पर डीएमओ मनोज टोप्पो समेत ग्रामीण व रैयत मौजूद थे.
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