मंत्री के रूप में है मां बगलामुखी की मान्यता
बता दें कि बाबा वैद्यनाथ 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है. यह एक शक्तिपीठ भी है. यहां माता के 52 खंडों में एक ह्दय गिरा है. इसलिए इसे हृदयपीठ भी कहा जाता है. मान्यता है कि जहां-जहां शक्तिपीठ है. वहां पर भैरव की उपस्थिति होती है, जैसे ज्योतिर्लिंग स्थल के संरक्षण के लिए भैरव क्षेत्रपालक के रूप में उपस्थित रहते हैं. उसी प्रकार बाबा वैद्यनाथ तक फरियाद पहुंचाने वाली मां बगलामुखी है, जिनकी मंत्री के रूप में मान्यता है.
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मां बगलामुखी के पास अर्जी लगाते हैं भक्त
श्रावणी मेला में जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण के लिए आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण के लिए भैरव को अपनी कामना सुनाते हैं. वहीं माता बगलामुखी को पास भी अर्जी लगाते हैं. ताकि माता उनकी कामना को बाबा तक पहुंचाये. इसलिए बाबा मंदिर आने वाले श्रद्धालु व श्रावणी मेला के दौरान बाबा पर जलार्पण के लिए आने वाले श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण के बाद माता बगला पर जलार्पण कर पूजा अर्चना करना नहीं भूलते हैं.
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