संवाददाता, देवघर : बांग्ला सावन की शुरुआत गुरुवार को कर्क संक्रांति के अवसर पर भक्ति और उल्लास के साथ हो गयी. इस अवसर पर बाबा बैद्यनाथ की नगरी में 150 वर्षों से भी अधिक समय से चली आ रही परंपरा के तहत विभिन्न बेलपत्र दलों ने शाम 7:30 बजे बाबा को बेलपत्र अर्पित किये. इस दौरान मंदिर परिसर में त्रिनेत्र जैसे दिखने वाले अनोखे पहाड़ी बेलपत्रों की भव्य प्रदर्शनी लगायी गयी, जिसने श्रद्धालुओं को आकर्षित किया. शाम पांच बजे से जनरेल समाज, देवकृपा वन सम्राट बिल्वपत्र समाज, बरनेल समाज, मसानी दल, असमाज, राजाराम बिल्वपत्र समाज, पंडित मनोकामना राधेश्याम बिल्वपत्र समाज समेत विभिन्न दलों ने बिल्वपत्र को चांदी, तांबा और स्टील के बर्तनों में सजाया. इसके बाद पारंपरिक जुलूस के साथ बाबा मंदिर की ओर प्रस्थान किये. काली मंदिर, तारा मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, राम मंदिर और आनंद भैरव मंदिर आदि जगहों पर बेलपत्रों की प्रदर्शनी लगायी गयी. प्रदर्शनी में सजाये गये पहाड़ी बिल्वपत्रों की बनावट व त्रिनेत्र समान बेलपत्र श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे. बांग्ला सावन 17 अगस्त की संक्रांति तिथि तक चलेगा.
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