मालूम हो कि सरकार ने इससे पहले भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत अधिकारी दुर्गा उरांव को आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था. श्री महतो के मनोनयन पर झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा ने खुशी जाहिर की है. संयोजक मुमताज खान ने कहा कि इनके मनोनयन से झारखंड आंदोलनकारियों को मान-सम्मान मिलेगा. पूर्व विधायक सह झारखंड आंदोलनकारी बहादुर उरांव ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि श्री महतो इस पद के हकदार हैं. उनकी मेहनत का परिणाम अब मिला है.
कौन हैं भुवनेश्वर महतो
चक्रधरपुर निवासी भुवनेश्वर महतो स्थापित आंदोलनकारी हैं. सारंडा और कोल्हान में होने वाले विभिन्न आंदोलनों में वे हमेशा सक्रिय रूप से शामिल रहे. गुवा गोलीकांड के नायकों में उनका नाम शामिल है. इस कांड में उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी. वर्ष 1978 से लेकर झारखंड राज्य अलग होने तक हर आंदोलन का वह हिस्सा बनते रहे. शुरू से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा की राजनीति करते रहे. पश्चिमी सिंहभूम जिला झामुमो का अध्यक्ष एवं महासचिव भी रहे.
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जिम्मेदारी बड़ी है, निभाऊंगा : भुवनेश्वर महतो
झारखंड आंदोलनकारी चिह्नितीकरण आयोग के सदस्य मनोनीत होने पर भुवनेश्वर महतो ने कहा कि इस आयोग का सदस्य बनाया जाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. कल तक मैं दूसरों को झारखंड आंदोलनकारी का दर्जा दिलाने की लड़ाई लड़ रहा था. आज मुझे खुद आंदोलनकारियों को चिह्नित करने की जिम्मेदारी मिली है. यह जिम्मेदारी मेरे लिए बहुत बड़ी है. पूरी कोशिश रहेगी कि ईमानदारी पूर्वक इसे निभाऊं और हर उस आंदोलनकारी को सम्मान दिलाऊं, जिन्होंने सही मायने में अलग राज्य आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाया है. इस मनोनयन पर दिशुम गुरु शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आभार जताया.
Posted By : Samir Ranjan.