सारवां. सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन शुक्रवार को देवघर से सड़क मार्ग से पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के कुशमाहा गांव स्थित घर पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री की एक झलक पाने के लिए ग्रामीण बेताब रहे. मुख्यमंत्री ने लोगों का अभिवादन किया. वहीं, सीएम ने शोकाकुल विक्रम पत्रलेख का हाथ थाम उन्हें ढांढस बंधाया व कहा कि उनके कर्मों से ही आप लोगों ने इस मुकाम को हासिल किया. सीएम ने कहा कि उनका इस तरह चले जाना हमारे के लिए व्यक्तिगत क्षति है जो अपूरणीय है, उनकी कमी सदा खलेगी. उनकी कृतियों को आगे बढ़ाने की बात कही. उन्होंने कहा कि दुख की इस घडी में परिजनों के साथ हैं. वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने स्व हरिशंकर पत्रलेख के चित्र पर अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी. साथ ही नेता द्वय ने पूर्व कृषि मंत्री की मां आशा देवी से मिले. इस दौरान सीएम ने मां आशा देवी से आशीर्वाद लिया. वहीं, कल्पना सोरेन ने भी मां से गले लग आशीर्वाद लिया व सांत्वना दी. इस दौरान घर के अंदर मुख्यमंत्री ने बादल के भाई विक्रम, विकास, बिरेंद्र और बच्चों व परिजनों से मिले व बारी-बारी से परिचय लिया व स्नेह जताया. वहीं, विधायक कल्पना सोरेन ने परिवार के महिला सदस्यों से मिलकर इस दुख की घड़ी में साथ रहने का ढांढस बंधाया और बच्चों के बीच टाॅफी बांटी. वहीं, देवघर विधायक सुरेश पासवान ने भी सांत्वना दी. लगभग 15 मिनट तक उनलोगों से बातें की. मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वस्त कर सड़क मार्ग से सारवां प्रखंड स्तरीय स्टेडियम हैलीपेड पहुंचे, जहां से हेलीकॉप्टर से भोगनाडीह (साहिबगंज) के लिए रवाना हो गये. सीएम के आगमन को लेकर डीसी विशाल सागर, डीआइजी सह एसपी अजीत पीटर डुंगडुग की देखरेख में चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था की गयी. वहीं, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण लोगों को दूर से ही अभिवादन करना पड़ा.
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