सरकारी पदाधिकारी व कस्टमर अधिकारी बन करते थे ठगी
जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि उक्त सभी आरोपित फर्जी बैंक अधिकारी/कृषि पदाधिकारी व विभिन्न बैंकों सहित प्रतिष्ठानों के कस्टमर केयर अधिकारी बनकर साइबर अपराध करते हैं. इनलोगों के पास से जब्त् नोटबुक में हिसाब भी लिखा हुआ है, जिसकी जांच करायी जा रही है. साइबर थाने में आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर सभी को कोर्ट में पेश कराया गया. कोर्ट में पेशी के बाद इन सभी को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में सेंट्रल जेल पहुंचा दिया.
चार थाना क्षेत्रों से 16 साइबर ठगों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस मीडिया सेल द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार गिरफ्तार साइबर आरोपितों में सारवां के जलहरा गांव निवासी सुरेंद्र कुमार राय, पप्पू कुमार यादव, मधुपुर के केसरगढ़ा गांव निवासी निरंजन दास, राजेंद्र कुमार दास, पाथरौल के मलमला गांव निवासी प्रवीण कुमार दास, सिटू कुमार दास, पथरड्डा ओपी क्षेत्र के झुनाकी गांव निवासी विक्रम कुमार दास, धुधुवाजोरी गांव निवासी संजय राणा, बरदेही गांव निवासी अनिल कुमार दास, कुंदन कुमार सुमन, सारठ थाना क्षेत्र के गोबरशाला गांव निवासी रितेश दास, बभनकुंड गांव निवासी राहुल दास, सुमित कुमार दास, चरकमारा गांव निवासी मुन्ना दास व शुभम कुमार दास शामिल है.
Also Read : Jharkhand Cabinet: 200 यूनिट फ्री बिजली पर लगी मुहर, चंपाई सोरेन कैबिनेट ने 38 प्रस्तावों को दी मंजूरी
Also Read : Jharkhand Ex-CM: हेमंत सोरेन 5 महीने बाद रांची की होटवार जेल से रिहा, झारखंड हाईकोर्ट से मिली है जमानत