पालोजोरी. प्रखंड के लगभग एक दर्जन से ज्यादा सहायक अध्यापकों ने विधायक उदय शंकर सिंह से मिलकर मानदेय चालू कराने से संबंधित ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में सहायक अध्यापकों ने कहा कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न संस्थाओं द्वारा जारी प्रमाण पत्र की मान्यता को फर्जी करार देते हुए रद्द करने का निर्देश जारी किया है. ऐसे में प्रदेश भर के लगभग 2000 हजार सहायक अध्यापक की सेवा समाप्त करने की प्रक्रिया की जा रही है. सरकारी स्तर पर ऐसे सहायक अध्यापक का मानदेय रोकने के साथ-साथ इन संस्थानों के प्रमाण पत्र पर कार्यरत सहायक अध्यापकों को कार्यमुक्त करने को कहा गया है. जबकि प्रखंड के एक दर्जन से ज्यादा सहायक अध्यापक हिंदी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद के प्रमाण पत्र पर कार्य कर रहे थे. यह संस्थान मान्यता प्राप्त है. इस लिए उनकी सेवा जारी रखते हुए उनका मानदेय चालू किया जाए. सहायक अध्यापकों ने कहा कि हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद से प्रमाण पत्र पर उन्होंने 20 वर्ष से विभाग में सेवा दी है. साथ ही इन्हीं प्रमाण पत्र के आधार पर उन लोगों ने आकलन परीक्षा पास किया, विभागीय स्तर पर प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है. आज 20 वर्ष बाद संस्था की मान्यता पर सवाल उठाते हुए उनका मानदेय को रोका जाना गलत है. सहायक अध्यापकों ने संस्था के मान्यता को लेकर कई सर्पोटिंग डॉक्यूमेंट भी ज्ञापन के साथ दिया है, जिसमें संस्था की मान्यता के अलावे इससे जुड़ी कई अन्य प्रमाण शामिल है. सहायक अध्यापकों ने विधायक से उनके हित में फैसला लेते हुए उनका मानदेय चालू कराने की मांग की है. वहीं विधायक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसमें उचित पहल करने की बात कही.
संबंधित खबर
और खबरें