Shardiya Navratri 2023: बाबानगरी देवघर में शारदीय नवरात्र की धूम है. हर ओर पूजा मंडप व पूजा पंडालों में भक्तिमय माहौल है. हर जगह माता के जागरण व सप्तशती पाठ गूंज रहे हैं. मंगलवार को नवरात्र के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा की गयी. इस अवसर पर माता चंद्रघंटा का प्रिय भोग दूध से बनी सामग्री का भोग लगाया गया. शहर में कई जगहों पर पहले दिन से ही माता की प्रतिमा स्थापित कर पूजा शुरू कर दी गयी है. इस दिन माता के सिंह की सवारी स्वरूप की पूजा हुई. इस संबंध में बाबा मंदिर के इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित का कहना है कि 10 भुजाओं वाली चंद्रघंटा स्वरूप में देवी एक तरफ कमल और कमंडल तो दूसरी ओर शत्रुओं के नाश के लिए त्रिशूल, गदा और खड्ग जैसे अस्त्र धारण की हैं. बाबा मंदिर सहित अन्य जगहों में तीसरे दिन देवी के चंद्रघंटा रूप की पूजा में लाल और पीले फूलों को अर्पित किया गया. पूजा में अक्षत, चंदन और भोग के लिए पेड़े चढ़ाये गये. वहीं दोपहर दो बजे से शाम के चार बजे तक बाबा मंदिर के हवन कुंड में तांत्रिक विधि से हवन कर माता को प्रसन्न किया गया. वहीं पूजा पंडालों के अलावा बालानंद आश्रम में माता की स्थापित प्रतिमा में चंद्रघंटा रूप की पूजा हुई. आचार्य कपिलदेव मिश्र व पुजारी के तौर पर स्वयं संविदा नंद ब्रह्मचारी ने माता की पूजा के बाद शाम को छप्पन भोग लगाकर महाआरती की.
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