संवाददाता, देवघर : क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत गठित जांच टीम ने नौ अप्रैल को मधुपुर में तीन निजी अस्पतालों पर छापेमारी की. इस दौरान अनुराग अस्पताल, बंगाल नर्सिंग होम और लाइफलाइन अस्पताल में कई गंभीर खामियां पायी गयी. अस्पताल प्रबंधन द्वारा जरूरी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराये जाने पर सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर ने दो दिनों के भीतर कागजात और स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है. निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने पाया कि अनुराग अस्पताल में एक पाली में एक चिकित्सक था, जबकि हर पाली में तीन चिकित्सक का होना अनिवार्य है. वहीं बंगाल नर्सिंग होम और लाइफ लाइन अस्पताल में किसी चिकित्सक के उपस्थित नहीं रहने, संस्थान में अपूर्ण मेडिकल रिकॉर्ड, अयोग्य पारा मेडिकल स्टाफ तथा वार्ड छोटा और गंदगी होने के अलावा कर्मियों की सूची उपलब्ध नहीं थी. इसे लेकर कागजातों की मांग करते हुए स्पष्टीकरण पूछा गया है.
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