Jitiya Vrat 2023: संजत के साथ जीवित्पुत्रिका व्रत प्रारंभ हो गया. गुरुवार को महिलाओं ने स्नान के बाद पूजा पाठ कर भोजन ग्रहण किया. शुक्रवार को महिलाएं संतान प्राप्ति व संतान की मंगलकामना के लिए दिन भर निर्जला व्रत रखेंगी. शनिवार सुबह 10.30 बजे के बाद पारण होगा. जितिया व्रत के नियम तीन दिनों तक चलते हैं. पहले दिन नहाय खाय होता है, इसके अगले दिन निर्जला व्रत रखा जाता है और फिर तीसरे दिन व्रत का पारण किया जाता है. आज दोपहर बाद कई महिलाएं बाबा मंदिर पहुंच कर जीमूतवाहन भगवान की विशेष पूजा एवं कथा का श्रवण करने के लिए पहुंचेंगी. कई मुहल्लों में सामूहिक तौर पर पूजा का आयोजन किया जायेगा. पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 6 अक्टूबर की सुबह से शुरू हो गई और इसका समापन सात अक्टूबर को सुबह 10:32 मिनट पर होगा. इस संबंध में बाबा मंदिर के इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने कहा कि वृद्ध और दवा आदि का सेवन करने वाली महिलाएं फलों का सेवन जरूर करें.
संबंधित खबर
और खबरें