संवाददाता, देवघर : भागदौड़ भरी जिंदगी और जागरुकता की कमी के कारण लोग किडनी से जुड़े शुरुआती लक्षणों को लोग नजरअंदाज कर रहे हैं, जिससे बाद में गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है. यह बातें किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ अभिनव कुमार ने गुरुवार को प्रभात खबर की ओर से आयोजित हेल्थ काउंसलिंग: टॉक टू डॉक्टर कार्यक्रम के दौरान कही. उन्होंने कहा कि पांव में सूजन, पेशाब में झाग या खून आना, बिना चिकित्सकीय सलाह के दवा लेना जैसी बातें किडनी रोग का कारण बन सकती हैं. ऐसे में समय पर जांच और सावधानी ही बचाव का सबसे बेहतर उपाय है.
लोगों के सवाल व डॉक्टर के परामर्श
जेसी शर्मा, गोड्डा
सवाल : 10 साल पहले बांयीं किडनी में पथरी थी, जिसे निकलवा दिया था, फिर से दायीं किडनी में हो गया है. 14.2 एमएम का है. क्या ऑपरेशन कराना होगा.
सवाल : मार्च में पेशाब के रास्ते खून आया था. जांच कराने पर किडनी में पथरी बताया था क्या करें.
सवाल : पेशाब से काफी अधिक झाग आता है, क्या किडनी में दिक्कत तो नहीं है.
सवाल :किडनी की परेशानी है कैसे समझें.
जवाब: पैर में सूजन होना, पेशाब से खून आना अधिक झाग आना, बार- बार पेशाब आना और कम पेशाब आना आदि लक्षण दिखने से परेशानी हो सकती है. किडनी की जांच के लिए यूरिन की रूटीन जांच करायें और केएफटी करा कर चिकित्सक से संपर्क करें.
यूएन भगत, देवघर
सवाल: मेरा सात साल का बेटा है, पेशाब में जलन देता है.
जवाब: अल्ट्रासाउंड करा कर देखना होगा क्या कारण है. किसी नेफ्रोलॉजी या यूरोलॉजी से संपर्क करें.
संतोष कुमार, मोहनपुर जवाब: अल्ट्रासाउंड करा कर देखना होगा, तभी पता चलेगा. शराब का सेवन नहीं करें. दाहिने तरफ दर्द पथरी के कारण भी हो सकता है.
संजय प्रसाद यादव, देवीपुर
सवाल: मेरे पिता का क्रिटनिंग बढ़ा हुआ है, क्या किडनी की समस्या हो सकती है.
जवाब: पुरानी बीमारी है तो चिकित्सक से संपर्क कर इलाज करायें, बाद में गंभीर हो सकता है.
हाइलाइट्स
प्रभात खबर की टॉक टू डॉक्टर कार्यक्रम में किडनी रोग विशेषज्ञ ने दिये परामर्श
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