चितरा. सारठ प्रखंड क्षेत्र की बोचबांध पंचायत स्थित करेहिया गांव में मनरेगा के तहत सिंचाई कूप निर्माण में गड़बड़ी का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है. बताया जाता है कि बगैर सामग्री की आपूर्ति किए ही पिछले साल 80, 372 रुपये निकासी किए जाने का मामला उजागर हुआ है. इस संबंध में लाभुक वासुदेव महतो ने सारठ बीडीओ को लिखित आवेदन देकर कुआं जोड़ाई कराने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं गरीब किसान के साथ मनरेगा मजदूर भी हूं. 2024 में मनरेगा के तहत कूप निर्माण की स्वीकृति मिली थी. जनवरी 2024 में कुआं की खुदाई मजदूरों ने पूरा कर दी. उन्होंने कहा कि ईंट जोड़ाई के लिए रोजगार सेवक से भेंट किया. उनसे बारिश के पहले जोड़ाई कराने का आग्रह किया गया, लेकिन वे टाल-मटोल करते रहे. इस दौरान पता चलता है कि सामग्री आपूर्ति के नाम पर 20 जून 2024 को 80, 372 रुपये निकासी की गयी है. झिलुआ पंचायत के एक व्यक्ति को उक्त राशि भुगतान कर दी गयी है, लेकिन 10 महीने गुजर गए. पर अब तक कोई सामग्री की आपूर्ति नहीं की गयी है. वहीं, विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह को भी लिखित आवेदन दिया गया है. वहीं, बीडीओ ने बीपीओ को जांच का निर्देश दिया है. इस संबंध में मनरेगा लोकपाल कल्पना झा ने कहा कि बगैर सामग्री आपूर्ति किये ही पैसे की निकासी कर लेना गंभीर मामला है. लिखित आवेदन के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. वहीं, रोजगार सेवक रोहित दास ने कहा कि सप्लायर प्रमोद मंडल को पैसा दिया है. सामग्री की आपूर्ति वे ही करेंगे और इस वर्ष जोड़ायी किया जायेगा.
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