देवघर, संजीव मिश्रा. महाशिवरात्रि में अब नौ दिन शेष बचे हैं. शिव मंदिरों की पूजा करने की परंपरा अलग-अलग मंदिरों की अपनी अलग पूजा पद्धति रही है, लेकिन बाबा मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर पूर्व से चली आ रही परंपरा के अनुसार बाबा भोले नाथ का श्रृंगार पूजा नहीं की जाएगी. इस दिन हर दिन की तरह सेंट्रल जेल से कैदियों द्वारा बनाया गया मुकुट बाबा मंदिर भेजने की परंपरा नहीं होगी. कैदियों के द्वारा मुकुट बनाया जायेगा, लेकिन महाशिवरात्रि के दिन इस मुकुट को बासुकिनाथ भेजा जायेगा. जेल के कर्मचारी पूरी पवित्रता के साथ बासुकिनाथ मंदिर को सौंपेंगे. बाबा मंदिर में रात नौ बजे तक जलार्पण के बाद मंदिर का पट बंद कर दिया जायेगा. साढ़े नौ बजे से बाबा भोले नाथ की चार पहर की विशेष पूजा की जायेगी. इसके लिए मंदिर प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है.
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