गुरुवार (14 जनवरी, 2021) को मकर संक्रांति को मंदिर के प्रधान महंत सह सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा ने बाबा की विशेष पूजा की. बाबा को तिल का लड्डू अर्पित किया गया. वहीं, दोपहर में बाबा का विशेष भोग खिचड़ी चढ़ाया गया. मंदिर प्रशासनिक भवन के दुर्गा मंडप में बाबा के निमित्त चढ़ाया गया. श्रृंगारी परिवार की ओर से मंदिर प्रशासनिक भवन के दुर्गा मंडप में उदय शंकर श्रृंगारी ने खिचड़ी भोग बनाया. श्रृंगारी परिवार पूरे एक माह तक मंदिर प्रशासनिक भवन में खिचड़ी महा भोग बनायेंगे. इसे हर दिन मंदिर पुजारी बाबा का भोग लगायेंगे.
गुरुवार को बाबा मंदिर का पट खुलते ही मंदिर के प्रधान महंत सह सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा मंदिर गर्भ गृह प्रवेश किये. बुधवार शाम के शृंगार पूजा की सामग्रियों को हटाया. मलमल के कपड़े से द्वादश ज्योतिर्लिंग को साफ कर सबसे पहले वैदिक मंत्रोचार के बीच बाबा पर कांचा जल अर्पित किये. इसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने बारी- बारी से बाबा पर काचा जल चढ़ाया.
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आधे घंटे बाद बाबा की सरकारी पूजा शुरू हुई. बाबा को गंगाजल, दूध, दही, घी, मधु, नैवेद्य, फूल, विल्व पत्र, चंदन एवं तिल का लड्डू अर्पित किया. इसके बाद सभी भक्तों के लिए बाबा मंदिर का पट खोल दिया गया. सभी भक्तों को फुट ओवरब्रिज से संस्कार मंडप होते हुए मंदिर मंझला खंड में प्रवेश कराया गया. श्रद्धालुओं ने अरघा के माध्यम से बाबा पर जलार्पण की. इधर, जिला प्रशासन ने अपनी ओर से तैयारी कर रखी थी. विधि व्यवस्था पर नजर रखने के लिए हर प्वाइंट पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बल को तैनात रखा गया था.
डीसी मंजूनाथ भजंत्री बाबा मंदिर पहुंचे. उन्होंने बाबा की पूजा की. इसके बाद मंदिर कंट्रोल रूम में बैठ कर व्यवस्था का जायजा लिया. पूजा को सफल बनाने में पंडा धर्मरक्षिणी सभा, मंदिर प्रशासन व स्थानीय भक्तों ने सराहनीय भूमिका निभायी.
Posted By : Samir Ranjan.