पालोजोरी. प्रखंड क्षेत्र में कई ऐसी पंचायत है, जिसका अपना एक अदद पंचायत सचिवालय भवन भी नहीं है. इसके कारण पंचायतों में जर्जर भवन में पंचायत सचिवालय का संचालन किया जा रहा है. इससे सरकार की एक ही छत के नीचे ग्रामीणों को सभी तरह की सुविधाएं दिये जाने की परिकल्पना भी साकार नहीं हो पा रही है. ऐसी स्थिति प्रखंड के सदर पंचायत पालोजोरी व सगराजोर की है. पालोजोरी पंचायत सचिवालय का संचालन जहां विवाह भवन में हो रहा है. वहीं, सगराजोर पंचायत में एक सभा भवन में इसका संचालन किया जा रहा है. दोनों की भवन काफी जर्जर है. सगराजोर सभा भवन की छत कई जगहों से गिर रही है. इसके कारण अनहोनी की आशंका बनी रहती है. भवन इतनी जर्जर हो गयी है. कुछ दिनों पूर्व इसका छत टूट कर गिरा है. हालांकि इससे कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. ग्राम पंचायत सेवक ने बताया कि छत गिरने के एक दिन पूर्व तक यहां पंचायत का मनरेगा सोशल ऑडिट टीम के लोग रुके थे. सगराजोर पंचायत सचिवालय के बगल में बने एक कमरे में प्रज्ञा केंद्र का संचालन होता है. हालांकि यहां हाइ स्पीड इंटरनेट सेवा सहित अन्य सुविधाएं नदारत है. जानकारी के अनुसार लगभग दो साल पूर्व सगराजोर सभा भवन में 15वें वित्त मद से 3 लाख 44 हजार 900 रुपये की लागत से मरम्मत कार्य कराया गया है. वहीं, पालाजोरी पंचायत सचिवालय को अपना भवन नहीं होने के कारण यहां भी आम लोगों को सभी तरह की सुविधाएं नहीं मिल पाती है. पंचायत के मुखिया का कहना है कि भवन के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों के पास आवेदन दिया गया है. भवन जर्जर होने से डर के साये में कर्मी को काम करना पड़ता है.
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